सिद्धपीठ श्री आनंद वन समाधि में धूमधाम से मनाई गई ब्रह्मलीन स्वामी प्रेमानंद महाराज की 34वीं पुण्यतिथि


 हरिद्वार। तीर्थनगरी की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्री आनन्द वन समाधि सिद्ध पीठ के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी चिदविलासानंद सरस्वती महाराज के संयोजन में ब्रह्मलीन स्वामी प्रेमानंद सरस्वती महाराज की 34वीं पुण्यतिथि साधु-संतों,महात्माओं व श्रद्धालु भक्तो ने धूमधाम से मनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी प्रेमानंद महाराज का समूचा जीवन अध्यात्म और मां गंगा को समर्पित रहा। उन्होंने जीवन पर्यंत अपने भक्तों को सत्य के मार्ग पर चलकर सनातन धर्म की पताका को उच्च शिखर तक ले जाने की शिक्षा दी। सिद्धपीठ श्रीआनन्द वन समाधि के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी चिदविलासानंद सरस्वती ने कहा कि ब्रह्मलीन सदगुरुदेव स्वामी प्रेमानंद सरस्वती महाराज का जीवन गौ,गंगा,गीता और देश सेवा को समर्पित रहा। उन्होंने कहा कि सिद्धपीठ श्री आनंदवन समाधि हरिद्वार की पवित्र भूमि है,जहां मनुष्य को जीवन से लेकर समाधि तक का ज्ञान और आध्यात्म प्राप्त होता है। श्रद्वाजंलि समारोह में पधारे सभी महामण्ड लेश्वरों,संत-महात्माओं का पूर्व राज्यसभा सांसद रविंद्र किशोर सिन्हा के प्रतिनिधि ए.के.सिंह ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। पुण्यतिथि में महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरि,म.म.अनंतानंद सरस्वती,आत्मानंद सरस्वती,ज्ञानानंद सरस्वती,बामदेवानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि,योगेंद्रानंद,ऋषिश्वरानंद,ऋषि रामकृष्ण,दीप्तानंद,कृष्णानंद,महाबले श्वर,संतोष आनंद, प्रमोद दास,सूरदास,बाबा हठयोगी,प्रेमदास,विष्णु दास,दुर्गा दास,एच.एस.शर्मा,वेदप्रकाश शर्मा,सुभाष त्यागी ने ब्रह्मलीन स्वामी प्रेमानंद सरस्वती महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।