विश्व की आध्यात्मिक राजधानी है हरिद्वार-संत भरत मसद महाराज

 


हरिद्वार। संत समाज की उपस्थिति में श्रवण नगर में गुरू जोधर आश्रम के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया। इस अवसर पर महंत गंगादास उदासीन महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों की उपस्थिति में किए गए अनुष्ठान अवश्य फलीभूत होते हैं। आश्रम का निर्माण पूरा होने पर धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को आश्रय प्राप्त होगा। स्वामी भक्त प्रकाश महाराज ने कहा कि धार्मिक अनुष्ठानों से विश्व के कल्याण और प्रगति का मार्ग प्रशस्त होता है। धर्मनगरी हरिद्वार से संतों द्वारा प्रसारित होने वाले आध्यात्मिक संदेशों से पूरे विश्व को मार्गदर्शन प्राप्त होता है। गुरू जोधर आश्रम धर्म और अध्यात्म का प्रमुख केंद्र बनेगा। संत भरत मसद महाराज राजकोट वाले ने कहा कि हरिद्वार विश्व की आध्यात्मिक राजधानी और चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार है। हरिद्वार की पवित्र धरती पर स्थापित किया जा रहा गुरू जोधर आश्रम धर्म संस्कृति और सेवा के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित होगा। देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं को आश्रम में होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल होने का अवसर मिलेगा। समाजसेवी राजेश नैथानी ने सभी संत महापुरूषों व अतिथीयों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।