भारतीय जागरूकता समिति ने दी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई

 


हरिद्वार। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भारतीय जागरूकता समिति ने सभी महिलाओं बधाई दी। समिति के अध्यक्ष एवं हाईकोर्ट के अधिवक्ता ललित मिगलानी ने कहा कि हर कामयाब शख्स के पीछे एक महिला का हाथ होता है। वो मां हो सकती है,बहन हो सकती है,पत्नी, बेटी या फिर दोस्त। ललित मिगलानी ने कहा कि उनके लिये हर दिन वुमन्स डे है। क्योंकि हम एक दिन भी इनके बिना नही गुजार सकते। सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र की डिप्टी कमांडेंट सुश्री अरुणा भारती ने कहा कि समाज के हर वर्ग में महिलायें अपनी पहचान बना रही हैं। महिलाओं को कभी अपने आप को कमजोर नही समझना चाहिये। उनको अपने अधिकारों के साथ अपने कर्तव्यो की जानकारी होनी चाहिये। समिति की कार्यक्रम सचिव दीपाली शर्मा, शिवानी गौर,डा.अर्पिता सक्सेना,रानी सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि महिलाओं के लिए एक ऐसे समाज के निर्माण को बढ़ावा देना है। जहां महिलाएं खुद को जुड़ा हुआ महसूस कर सकें,सशक्त महसूस कर सकें। अर्चना शर्मासमिति की सदस्य अर्पिता सक्सेना ने कहा ज्यादातर लोग सशक्तिकरण को एक संकुचित अर्थ में समझते हैं जैसे कि एक स्त्री को उसकी पसंद के वस्त्र,भोजन,शिक्षा या घर से बाहर जाने की स्वतंत्रता देना। जबकि सशक्तिकरण शब्द की सार्थकता उसी दिन सही मायने में होगी जब एक स्त्री को अपने पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक फैसलों के लिए किसी की अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी। डाॅ अर्पिता सक्सेना,वर्षा श्रीवास्तव,डॉ मीनाक्षी,रुपम जौहरी ने कहा कि महिलाओं ने हमारे समाज और देश के विकास में हमेशा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने हर क्षेत्र में अपना योगदान दिया है। चाहे वह घर में हो या समाज। महिलाएं हर क्षेत्र में हर चुनौती को स्वीकार करती हैं। महिलाएं निरंतर कुरीतियों से लड़ते हुए आगे बढ़ रही हैं।