गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं गुरु के बिना कल्याण संभव नहीं


 हरिद्वार। भूपतवाला स्थित दरबार बांग्ला बालौर आश्रम में विशाल संत भक्त समागम संपन्न हुआ। इस अवसर पर समागम को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं गुरु के बिना कल्याण संभव नहीं। इस संसार में गुरु की महिमा बड़ी ही अपरंपार है। गुरुजन ही सत्य का बोध करा कर सही दिशा दिखा सकते हैं। इस अवसर पर बोलते हुए महंत सूरज दास ने कहा सतगुरु नाम जहाज है चढ़े सो हो भव पार जिस प्रकार राम नाम की नैया भक्तों को भवसागर पार ले जाती है उस प्रकार सतगुरु भी भक्तों को उंगली पड़कर भवसागर पार ले जाते हैं। सनातन परंपरा विश्व की सबसे अनूठी तथा मजबूत परंपरा है हमारा देश भारत हिंदू मुस्लिम सिख इसाई तथा अन्य धर्म के लोगों से मिलकर बना एक गुलदस्ता है। हमारी एकता एवं अखंडता विश्व भर में एक परंपरा के रूप में मानी जाती है। यहां सभी जाति धर्म के लोग एक साथ मिलकर एक दूसरे के कार्य कर्मों में त्योहारों में दुख सुख में एक साथ खड़े होते हैं हिंदुत्व या अन्य कोई भी धर्म किसी को आपस में बैर रखना नहीं सिखाता हमें आपसी भाईचारे के साथ एक साथ मिलजुल कर रहना चाहिए। जिस प्रकार सतगुरु देव गुरु नानक महाराज वह गुरु गोविंद सिंह जी ने देश पर मर मिटने वाली सिख फौजी की स्थापना की थी जो आज संपूर्ण विश्व में सिक्ख समुदाय के रूप में विकसित है। यह सब देश पर मर मिटने वाले लोग हैं। श्रीमहंत सूरज दास ने कहा भारत भूमि देवों की जननी धरती है यहां भगवान राम अवतरित हुए हैं यहां माता जानकी अवतरित हुई है यहां भगवान कृष्ण अवतरित हुए हैं साथ ही यहां भक्त सूरदास ,भक्त कालि दास, भक्त सुदामा भक्त मीराबाई जैसे महान भक्त भी हुए हैं। इस कलयुग में भक्तों के तारण हार गुरु ही है जो भक्तों को उंगली पड़कर भवसागर पार ले जाते हैं। इस दौरान सचिव महंत गोविंद दास,महामंडलेश्वर दुर्गादास महाराज,महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद,महंत शुभम गिरी, महंत महेंद्र सिंह,हैप्पी भाई जी श्याम गिरी,सरवन दास वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण रामदास महाराज,गगन देव गिरी देहरादून बाबा रमेशानंद महाराज सहित भारी संख्या में संत महंत भक्तगण उपस्थित थे।