हरिद्वार। राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति ट्रस्ट की राष्ट्रीय सचिव रेखा नेगी ने रविदास जयंती पर बोलते हुए कहा कि भारत भूमि को युगों युगों से अनेक साधु-संत पीर फकीर ने जन्म लेकर कृतार्थ किया है। जिन सब में से एक संत रविदास हैं। इन्होंने अपने मन,कर्म तथा वचनों से समाज में फैले कुरीति स्वरूप जातिवाद,बड़े-छोटे का भेद को मिटाया। यह एक समाज सुधारक तथा मनुष्य के शरीर में जन्में ईश्वर के अवतार थे। संत रविदास ने अपने ज्ञान से समाज को संदेश दिया,व्यक्ति बड़ा या छोटा अपने जन्म से नहीं अपितु अपने कर्म से होता है। रैदास,धर्म के पथ पर चलने वाले महान पुरुष थे। इनके विचारों,सिद्धान्तों को सदैव स्वयं में जीवित रखने के लिए और उनके जन्म दिवस को उत्सव के रूप में मनाने हेतु हर वर्ष संत रविदास जयंती मनाया जाता है। गुरु रविदास का जीवन और शिक्षाएँ पीढ़ियों को प्रेरित और प्रभावित करती रहती हैं। सामाजिक सद्भाव के प्रति उनकी अटूट आस्था, करुणा और समर्पण प्रकाशपुंज के रूप में काम करते हैं, मानवता को धार्मिकता और एकता के मार्ग पर ले जाते हैं। जैसा कि हम गुरु रविदास जयंती मनाते हैं, आइए हम इस श्रद्धेय संत द्वारा दिए गए शाश्वत मूल्यों को अपनाते हुए भाईचारे और शांति की भावना को फिर से जगाएं।
भारत भूमि को युगों युगों से अनेक साधु-संत पीर फकीर ने जन्म लेकर कृतार्थ किया--रेखा नेगी