दृष्टिहीन महिला और उसके बेटे के दोहरे हत्याकांड में लालची दरोगा समेत 03 गिरफ्तार,

 ब्लाइंड डबल मर्डर का एसएसपी ने किया ऐतिहासिक खुलासा

पुलिस टीम को एसएसपी हरिद्वार द्वारा 10000 रुपये देने की घोषणा की गयी। 



हरिद्वार।कांठ मुरादाबाद उत्तर प्रदेश की रहने वाली दृष्टि दिव्यांग महिला और उसके नाबालिक बेटे की हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसएसपी ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को दस हजार रूपये नकद ईनाम देने की घोषणा की है। पुलिस के अनुसार हत्याकांड को पुलिस लाइन में तैनात सहायक उप निरीक्षक दरोगा ने अपने साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। हत्या की वजह महिला के मकान बेचकर मिली 20लाख रुपए की रकम हडपने के लिए साजिश की गई थी। रजिस्ट्री के बयाने के पैसों से दारोगा छुन्ना सिंह ने नवंबर में कार खरीदी थी। इस संबंध में जिला मुख्यालय में शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने खुलासा करते हुए बताया कि 9फरवरी को झबरेड़ा के अकबरपुर जोझा मार्ग पर नाले में एक किशोर का शव मिला था,उसके गले पर निशान मिले थे। हत्या कर शव फेंकने की संदेह में पुलिस ने जांच शुरू की। मृतक की पहचान नरेंद्र उर्फ राजा 16 वर्ष के तौर पर हुई। पुलिस जांच में पता चला कि राजा की मां ममता ने कुछ समय पहले हरिद्वार में 20 लाख रुपए में अपना मकान बेचा था। 08 फरवरी को मां बेटे को उसका परिचित और एक पुलिसकर्मी अपने साथ ले गए थे। पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के ईमानदार एवं निष्पक्ष नेतृत्व में हरिद्वार पुलिस ने समाज को झकझोर देने वाली हकीकत से पर्दा उठाकर समाज के सामने खाकी की वह छवि पेश की है जिसमें गलत को गलत और सही को सही साबित करने में किसी भी प्रकार की लेटलतीफी, लापरवाही या गैरजिम्मेदाराना रवैये की कोई जगह नही है। एसएसपी के अनुसार मृतक की कमीज पर अंकित टेलर के टैग,विजिटिंग कार्ड की पड़ताल करते हुए पुलिस टीम पहले टेलर और उसके बाद मृतक के बताए जा रहे घर पर पहुंची तो जानकारी मिली कि मृतक की मां ने बीते वर्ष के दिसंबर माह में उक्त मकान की रजिस्ट्री 20 लाख रुपए में कर कुछ दिन पहले ही नए मकान मालिक को कब्जा दे दिया था। कब्जा देने के बाद मृतक और मृतक की दृष्टिहीन माता कुछ अन्य लोगों के साथ वहां से चली गई थी। कार्यवाही का फीडबैक ले रहे एसएसपी हरिद्वार द्वारा अपनी ईमानदार एवं अपराधियों के खिलाफ सख्त छवि के अनुरुप अब तक की प्रगति की समीक्षा करते हुए टीम को पूरे मामले को जल्द से जल्द ओपन करने के लिए अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। नए मकान मालिक से मिले संदिग्ध मोबाइल नम्बर के आधार पर मृतक की मां की तलाश एवं शव सम्बन्धित पड़ताल की गई तो सारा मामला धीरे-धीरे खुलकर पूरी तरह से सामने आ गया। विवेचना में सामने आए सबूतों के आधार पर पुलिस टीम ने इस हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल पुलिस लाइन रोशनाबाद हरिद्वार में तैनात 01दरोगा व 02 अन्य को दबोचा। प्रकरण में अन्य की संलिप्तता की पड़ताल करते हुए पुलिस टीम पकड़ में आए हत्यारोपियों से पूछताछ के आधार पर महिला का शव बरामद करने का प्रयास कर रही है जो हत्यारोपियों के मुताबिक उन्होंने उसके बेटे के शव से अलग कहीं दूर फेंका था। पुलिस की माने तो बिना पति अपने बेटे नरेन्द्र उर्फ राजा का पालन पोषण कर रही कांठ मुरादाबाद निवासी दृष्टिहीन ममता ने वहां की अपनी प्रॉपर्टी बेचकर रोजगार की तलाश में करीब डेढ़ साल पहले हरिद्वार आयी और प्रॉपर्टी बेचकर आए रुपयों से रोशनाबाद हरिद्वार में 01 मकान खरीदा। यहां रोजगार की तलाश के दौरान ममता पुलिस लाइन रोशनाबाद में तैनात एक दरोगा और एक अन्य व्यक्ति शहजाद के सम्पर्क में आयी। दोनों ने उसे भरोसे में लेकर प्रॉपर्टी बेचने के लिए उकसाते हुए ये आश्वासन दिया कि वो उसकी देखभाल के साथ-साथ पूरा खयाल रखेंगे। इस बात पर भरोसा कर महिला ने रोशनाबाद स्थित अपने मकान का सौदा 20 लाख रुपए में तय कर मकान बेच दिया जिसमें से 01लाख रुपए की पेमेंट होनी बाकी थी। बड़ी नगदी हासिल करने का लालच और ऊपर से दृष्टिहीन महिला के परिजनों का डर न होने के चलते दोनों हत्यारोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ महिला और उसके बेटे को रास्ते से हटाकर पूरी रकम ऐंठने का प्लान बना दिया और सही मौके का इंतजार करने लगे। 09फरवरी को प्लान के मुताबिक हत्यारोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए वह वक्त चुना जब महिला अपने मकान का कब्जा नए मकानमालिक को देकर बचे हुए 01 लाख रुपये भी ले चुकी थी। योजना के मुताबिक मां-बेटे को अपने बुलाए गए ऑल्टो कार में बैठाकर ले जाया गया और मौका मिलते ही गला घोंटकर दोनों की हत्या कर दी गई। इसके बाद प्रकरण को बड़ी सनसनी बनने से रोकने के लिए दोनो शवों को अलग-अलग स्थानों पर लावारिस हालत में फेंक दिया गया। पुलिस टीम ने बंटवारे में आयी रकम से खरीदी गई ऑल्टो कार बरामद करने के पश्चात अब हिस्से में आए शेष नगदी एवं अन्य सामान की रिकवरी के लिए विभिन्न तरीकों से प्रयास कर रही है। आमजन एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल की नेतृत्व क्षमता एवं शीशे की तरह साफ-सुथरी कार्यशैली को भी पूरी तरह अपना जनसमर्थन दे रहे हैं। बहरहाल पुलिस गिरफ्त में आये तीन आरोपियों में शहजाद पुत्र शराफत निवासी- ग्राम अकबरपुर झौझा थाना झबरेडा जिला हरिद्वार,विनोद उर्फ काला पुत्र अमर सिंह निवासी सराय ज्वालापुर। तथा.छुन्ना सिंह पुत्र भोलानाथ निवासी- ग्राम राठा पोस्ट मसूदपुर थाना अछला जिला औरेया उ.प्र. व हाल निवासी-हनुमान नगर गली नं0-02 थाना ऐत्माददौला आगरा जनपद आगरा उ.प्र.शामिल है। खुलासा करने वाली पुलिस टीम में स्वप्न किशोर सिंह (एसपी देहात)विवेक कुमार (सीओ मंगलौर) थानाध्यक्ष अंकुर शर्मा, दरोगा नीरज रावत (चैकी प्रभारी लखनौता)दरोगा रविन्द्र कुमार,हे0का0 रामवीर सिंह, विकास के अलावा एसओजी रूड़की प्रभारी रणवीर सिंह,रविन्द्र शाह ,दरोगा,रमेश सैनीअशोक रविन्द्र खत्री,राहुल नितिन ,महिपाल आदि शामिल रहे। एसएसपी हरिद्वार ने कहा कि ये एक मन को झकझोरने वाला हत्याकांड है जिसका पुलिस ने वादी बनकर कड़ी-से-कड़ी जोड़ते हुए बढ़िया खुलासा किया है, जो भी इसमें शामिल है जेल भेजेंगे।