सनातन धर्म संस्कृति की पताका फहराने में संत महापुरूषों की अहम भूमिका-निरंजन पीठाधीश्वर
हरिद्वार। अमेरिका और रूस आदि कई देशो से आए विदेशी नागरिकों ने श्री दक्षिण काली मंदिर घाट पर निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के सानिध्य में 22जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निर्विघ्न संपन्न होने की कामना को लेकर गंगा पूजन और रूद्र चंडी यज्ञ किया। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि पूरी दुनिया के लोग सनातन धर्म संस्कृति और अध्यात्म को अपना रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्वामी वेदव्यासानंद महाराज के नेतृत्व में अमेरिका से 90 नागरिक श्री दक्षिण काली मंदिर आए हैं और सनातन धर्म संस्कृति के तहत होने वाले धार्मिक क्रियाकलाप सीख रहे हैं। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर सभी को सनातन धर्म की दीक्षा प्रदान की जाएगी। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि पूरे विश्व में सनातन धर्म की पताका को फहराने में संत महापुरूषों की अहम भूमिका है। धर्मनगरी हरिद्वार के संत महापुरूषों द्वारा प्रसारित किए जाने वाले आध्यात्मिक संदेशों से पूरे विश्व के लोगों को मार्गदर्शन मिल रहा है। स्वामी वेदव्यासानंद महाराज ने कहा कि निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज दिव्य संत हैं। धर्म शास्त्रों का उनका ज्ञान विलक्षण है। ऐसे महापुरूष के सानिध्य में सनातन धर्म की दीक्षा ग्रहण करना बेहद गौरवशाली है। अमेरिका से आए स्वामी वेदव्यासानंद के शिष्य कृष्णानंद ने अपने गुरूजनों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने सभी भक्तों को रूद्राक्ष की माला पहनाकर और प्रसाद देकर आशीर्वाद दिया और जय श्रीराम,जय गंगे मैया का घोष किया। इस अवसर पर वेदमूर्ति आचार्य पवनदत्त मिश्र,स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी,प्रमोद पांडेय,भगवती प्रसाद मिश्र,सिद्धार्थ नारायण,अनुराग वाजपेयी,कृष्णा,अनुज दुबे ,चेतन शर्मा,पीटर,सुजैन सहित कई लोग शामिल रहे।