हरिद्वार। विश्व हिन्दू परिषद से संबद्ध धर्मयात्रा महासंघ का स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हरिद्वार के भागीरथी बिंदू पर आयोजित कार्यक्रम में हवन,पूजन व प्रभु संकीर्तन के साथ सैंकड़ों लोगों ने सामाजिक समरसता का प्रतीक खिचड़ी प्रसाद ग्रहण किया। धर्मयात्रा महासंघ के स्थापना दिवस पर सम्बोधित करते हुए धर्मयात्रा महासंघ के राष्ट्रीय मंत्री डा.रजनीकांत शुक्ल ने कहा कि धर्मयात्रा महासंघ की स्थापना विश्व हिन्दू परिषद के तत्कालीन अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल ने हरिद्वार में ही की थी। मकर संक्रांति पर्व पर अस्तित्व में आए धर्मयात्रा महासंघ की वर्तमान में भारत के सभी प्रांतों में संगठन व शाखाएं हैं। भारत की आत्मा तीर्थों में वास करती है। तीर्थों का विकास भारत का विकास है, धर्मयात्रा महासंघ का यहीं ध्येय वाक्य है। संगठन केन्द्रीय और स्थानीय स्तर पर अनेक धार्मिक यात्राओं के साथ मानसरोवर व अमरनाथ में तीर्थयात्रियों के लिए अनेकों व्यवस्थाएं जुटाता है। तीर्थों पर होने वाले आयोजन और विकास से तीर्थ पुरोहितो को जोड़ने के लिए धर्मयात्रा महासंघ ने तीर्थ पुरोहित महासंघ की स्थापना भी की है। धर्मयात्रा महांसंघ की मांग पर अनेक राज्य सरकारों ने पर्यटन मंत्रालय से अलग तीर्थाटन मंत्रालय भी बनाए हैं। कार्यक्रम में महासंघ के प्रांतीय महामंत्री डा.चन्द्रधर काला,स्वामी सदानंद वेदांताचार्य, अखण्ड भारत शक्तिपीठ ट्रस्ट केदारनाथ से साध्वी विचित्र रचना,रविन्द्र गोयल प्रदेश संरक्षक के साथ मनोज चौहान ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सामाजिक समरसता व धर्म जागरण के भाव से खिचड़ी भोज में सैंकड़ों लोगों के प्रसाद ग्रहण करने के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से स्वामी सत्य प्रकाश,भवानी राम उदासीन अखाड़ा फेरुपुर,महंत गंगादास,ललिता मिश्रा प्रांत उपाध्यक्षा,उपेंद्र गुप्ता प्रांत कोषाध्यक्ष,वीरसेन मानव प्रांत कार्यालय प्रमुख विश्व हिन्दू परिषद,डा.उपेंद्र, यशपाल, राजीव भट्ट,अनिरुद्ध भाटी पार्षद, अनिल मिश्रा,अनिल वशिष्ठ, विदित, प्रकाश त्रिपाठी, हरिमोहन भारद्वाज,बृजभूषण विधार्थी,अनिल गुप्ता,सुषमा मिश्रा,जानकी,आशा गुप्ता आदि कार्यकर्ताओं के अनेकों जनसामान्य लोग भी उपस्थित रहें।