तीर्थनगरी में हिंदी साहित्य, सामाजिक पत्रकारिता के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित करेगा

 


हरिद्वार। विगत रात्रि भीमगोड़ा क्षेत्र के श्री कृष्ण कृपा धाम में श्रवण सेवा एवं शोध संस्थान द्वारा सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री, महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद, महामंडलेश्वर प्रबोधानन्द गिरि, महामंडलेश्वर गर्व गिरि, गुरु सिमरन सिंह एवं श्रवण सेवा शोध संस्थान के संस्थापक सचिव डॉ. अशोक गिरि ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। कार्यक्रम में प्रो. नंदकिशोर ढोडियाल अरुण को हिंदी सेवा, अनिरुद्ध भाटी को पत्रकारिता, आशीष कुमार झा को समाज सेवा, नरेश गिरि को स्वच्छता, अनिकेत गिरि को गौ सेवा के लिए अंग वस्त्र प्रतीक चिन्ह और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में कवि सम्मेलन की अध्यक्षता अरुण पाठक, संचालन डॉ. सुशील त्यागी ने किया। कवि सम्मेलन में डॉ. मनोरमा ढोंढियाल,डॉ. मीरा भारद्वाज,डॉ.अर्चना वालिया,श्री चंद्र प्रकाश नैथानी, रोशन बलोनी, दीनदयाल दीक्षित, लक्ष्मी डबराल, डॉ. वीना वशिष्ठ ने काव्य पाठ की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम को उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद शास्त्री ने संबोधित करते हुए कहा कि श्रवण सेवा एवं शोध संस्थान सामाजिक क्षेत्र में साहित्य को संजोकर तीर्थनगरी में हिंदी साहित्य, सामाजिक पत्रकारिता के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के विकास, सामाजिक पत्रकारिता हिंदी साहित्य में डॉ. अशोक गिरि युवाओं का अच्छा मार्गदर्शन देकर युवा पीढ़ी को हिंदी साहित्य की ओर आकर्षित करने व भविष्य को उज्ज्वल करने के लिए प्रयास करेगे। इस मौके पर महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि समाज को श्रवण सेवा शोध संस्थान द्वारा एक नई दिशा प्रदान की जा रही है जो तीर्थनगरी की आने वाली पीढ़ी को धार्मिक हिंदी सेवा की ओर आकर्षित करेगी। गो सेवा आयोग के अध्यक्ष पंडित राजेन्द्र अन्थवाल ने कहा कि हमें समाज में सेवानिवृत और जन्मदिन के अवसर पर सामाजिक कार्यक्रम कराकर भारतीय संस्कृति का संवर्धन करना चाहिए जिससे युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और संस्कार के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। इस मौके पर सरस्वती वन्दना वैष्णवी झा, स्वागत गीत डॉ. विजय कुमार त्यागी, सांस्कृतिक प्रस्तुति सारांश, देवांश और रेयांश (समारोह के संयोजक डॉ. अशोक गिरि के पौत्र) ने प्रस्तुत की। इस दौरान महंत प्रणवानंद, महंत केशवानंद,पूर्व मेयर मनोज गर्ग,निर्वतमान मेयर अनीता शर्मा,पूर्व चेयरमैन सतपाल ब्रह्मचारी, प्रो.नंदकिशोर ढोढियाल, अरुण गिरि, राजीव अग्रवाल, डॉ. नरेंद्र प्रताप सिंह,विद्यासगर त्यागी,आशीष कुमार,राजीव सुंदरियाल,विनोद शर्मा, बलराम गिरि, शत्रुध्न गिरि, मधुकांत गिरि, मनोज गिरि, पार्षद महावीर वशिष्ठ,अनिल वशिष्ठ,प्रमोद गिरि, संदीप गिरी,प्रदीप गिरी, चांद गिरी, नीरज गिरी, पंकज गिरी, सोमदत्त गिरी, ऋषभ पंत गिरी, अखिलेश गिरी,पूर्व पार्षद अशोक शर्मा,विपिन शर्मा,देव शर्मा,पवन शर्मा,मांधता गिरि समेत सैकड़ों गणमान्यजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गोस्वामी गगन दीप दत्त ने किया। संस्थान के संस्थापक सचिव डॉ. अशोक गिरि ने शॉल ओढ़ाकर प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित कर आभार जताया।