संत समाज ने दी ब्रह्मलीन महंत शकुंतला देवी को श्रद्धांजलि
हरिद्वार। भूपतवाला स्थित श्री लक्ष्मी निवास आश्रम की ब्रह्मलीन महंत शकुंतला देवी की प्रथम पुण्य तिथी पर आश्रम के महंत जानकी दास महाराज के संयोजन व जगद्गुरू रामानंदाचार्य स्वामी अयोध्याचार्य महाराज की अध्यक्षता में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में सभी तेरह अखाड़ों के संत महंतों ने ब्रह्मलीन महंत शकुंतला देवी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए जगद्गुरू रामानंदाचार्य स्वामी अयोध्याचार्य महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत शकुंतला देवी धर्म संस्कृति की प्रतिमूर्ति थी। ब्रह्मलीन महंत शकुंतला देवी ने आजीवन संत परंपरांओं का पालन करते हुए समाज में आध्यात्मिक चेतना का प्रसार करने में योगदान दिया। महंत रघुवीर दास महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में ब्रह्मलीन महंत शकुंतला देवी का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। आश्रम के महंत जानकी दास महाराज ब्रह्मलीन महंत शकुंतला देवी द्वारा स्थापित आश्रम की सेवा परंपरा को जिस प्रकार आगे बढ़ा रहे हैं। वह सराहनीय और अनुकरणीय है। महंत जानकी दास महाराज ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संत समाज के सहयोग और आशीर्वाद से ब्रह्मलीन महंत शकुंतला देवी स्थापित सेवा प्रकल्पों का विस्तार करते हुए उनके अधूरे कार्यो को पूरा करना ही उनका उद्देश्य है। श्री रामानंदीय वैष्णव मंडल के अध्यक्ष महंत नारायण दास पटवारी ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत शकुंतला देवी के आदर्शो और उनके विचारों का अनुसरण करते हुए मानव कल्याण में योगदान का संकल्प लें। पुजारी गणेश दास, संदीप कुमार, ज्योति प्रसाद मिश्रा ने सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर सतपाल ब्रह्मचारी, महंत बिहारी शरण,महंत जयराम दास, महंत गोविंददास, महंत प्रेमदास,महंत सूरज दास, महंत राजेंद्रदास, महंत राघवेंद्र दास, महंत वैष्णों दास, स्वामी अंकित शरण, महंत प्रहलाद दास,महंत रामानंद सरस्वती सहित बड़ी संख्या में संत और श्रद्धालु मौजूद रहे।