मैक्स हॉस्पिटल के हृदय विशेषज्ञों ने हृदय स्वास्थ्य के बारे में लोगो को किया जागरूक’

 देहरादून। भारत में हर साल हृदय रोग या सीवीडी से 17.5 मिलियन मौतें दर्ज की गई हैं। अदृढ़ जीवनशैली, तनावपूर्ण काम की शर्तों के साथ-साथ एक कमजोरित आहार हृदय रोग के जोखिम को बढ़ावा देने में प्रमुख कारक है। मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल,देहरादून में कार्डियक थोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी के डायरेक्टर डॉ.अरविंद मक्कड़“हाल के वर्षों में युवाओं में हार्ट अटैकों में तेजी से बढ़ोतरी ने व्यापक रूप से हृदय स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की आवश्यकता को प्रमाणित किया है। हृदय रोग,जो वैश्विक मृत्यु का एक प्रमुख कारण है,पिछले पांच वर्षों में भारत में ह्रदय रोगों में भरी वृद्धि देखी गयी है। इस चिंताजनक  हृदय संबंधी आपात स्थितियों और संबंधित बीमारियों में वृद्धि के लिए मुख्य रूप से हमारी आधुनिक, तेज-तर्रार जीवनशैली और विकसित होती आदतें जिम्मेदार हैं, जो 30 से 40 साल की उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही हैं। गतिहीन जीवन शैली,लगातार तनाव,अनिद्रा और धूम्रपान जैसी हानिकारक आदतें अत्यधिक शराब का सेवन हृदय की जीवन शक्ति को नष्ट कर रहा है। इसके अलावा,मधुमेह,उच्च रक्तचाप और मोटापे की बढ़ती व्यापकता इस अनिश्चित स्थिति को और बढ़ा देती है। इसके लिए जरूरी है हृदय को स्वस्थ रखने  के लिए समाज को जागरूक करने का सामूहिक रूप से प्रयास होना चाहिए है।‘‘डॉ.प्रीति शर्मा,डायरेक्टर, कार्डियोलॉजी, मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल,देहरादून“गतिहीन जीवन शैली,लगातार तनाव,अनिद्रा और धूम्रपान जैसी हानिकारक आदतें अत्यधिक शराब का सेवन हृदय की जीवन शक्ति को नष्ट कर रहा है। इसके अलावा,मधुमेह,उच्च रक्तचाप और मोटापे की बढ़ती व्यापकता इस अनिश्चित स्थिति को और बढ़ा देती है। इसके लिए जरूरी है हृदय को स्वस्थ रखने के लिए समाज को जागरूक करने का सामूहिक रूप से प्रयास होना चाहिए है। लगातार व्यायाम करना हृदय संबंधी मृत्यु दर और हृदय रोग के बढ़ने के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कवच है। प्रत्येक सप्ताह पांच दिनों में कम से कम 30मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली गतिविधि,कुल मिलाकर न्यूनतम 2.5घंटे साप्ताहिक प्राप्त करने के लिए अपनी प्राथमिकताओं के साथ अपनी पसंदीदा गतिविधि को अपनी दिनचर्या में शामिल करना ह्रदय के स्वास्थ्य अत्यंत लाभकारी है।‘‘डॉ.योगेन्द्र सिंह,डायरेक्टर,कार्डियोलॉजी,मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल,देहरादून ‘‘हृदय- स्वास्थ्य के लिए एक स्वस्थ आहार का पालन करना हृदय रोग के खतरे को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। एक संपूर्ण आहार में सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्व होने आवश्यक है। पौधों के आधारित खाद्य जैसे कि सब्जियां,फल,और पूरे अनाज ज्यादा लें,साथ ही रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट को कम करें, खासकर उन्हें जिनमें अतिरिक्त चीनी हो। सोडियम सामग्री की निगरानी के लिए खाद्य लेबल पर सतर्क नजर रखें। भोजन की मात्रा का नियंत्रण एक स्वस्थ हृदय आहार  का महत्वपूर्ण भाग है जो की ह्रदय के स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।‘‘ डॉ.पुनीश सदाना,ने कहा कि “यह चिंताजनक है कि कई दिल के दौरे और स्ट्रोक से बचे लोग स्पष्ट चेतावनियों के बावजूद हानिकारक व्यवहार पर लौट आते हैं। इन बुरी आदतों में खराब आहार विकल्प, अपर्याप्त शारीरिक गतिविधि, खराब नींद की गुणवत्ता, अत्यधिक शराब का सेवन, धूम्रपान,दवाओं का समय पर नहीं लेना,रक्तचाप प्रबंधन की उपेक्षा और अनियमित कोलेस्ट्रॉल की निगरानी शामिल है। ये व्यवहार हृदय रोग के खतरे को काफी हद तक बढ़ा देते हैं, जिससे संभावित रूप से हार्ट फैल हो सकता है। तनाव प्रबंधन महत्वपूर्ण है,क्योंकि चिंता अनौपचारिक आदतों और उच्च रक्तचाप की ओर ले जा सकती है। मनोरंजन योग्य तनाव-राहत उपायों को खोजना,जैसे कि ध्यान या फिर फुर्सत के गतिविधियों को हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।‘‘