हरिद्वार। गीता जयंती के अवसर पर हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज के आह्वान पर ’एक साथ एक मिनट गीत पाठ’ का आयोजन किया गया। देश भर में आयोजित किए गए कार्यक्रम के तहत हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर भी श्री गंगा सभा के नेतृत्व एवं जगन्ननाथ आश्रम के अध्यक्ष महंत अरुणदास महाराज के सानिध्य में सैंकड़ों संतों एवं वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा गीता के प्रथम, मध्यम एवं अंतिम मंत्र का पाठ किया गया। महंत अरुणदास ने कहा कि गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज के आह्वान पर देश भर में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम से गीता के प्रति एक नया जनजागरण होगा। गंगा तट पर लाखों भक्तों के बीच मंत्रों का उच्चारण होने से सनातन की विश्व पताका का मजबूत आधार स्थापित हुआ है।श्री गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि श्री गंगा सभा इस कार्यक्रम का सहभागी बन गीता की अलख जगाने का गवाह बना है। यह एक अच्छी शुरुआत है, इससे गीता के प्रति जागृति एवं सकारात्मक संदेश जाएगा।महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि गंगा हमारी संस्कृति एवं सनातन का आधार है तथा गीता सनातन का सार है। उन्होंने कहा कि सभी को नित्य गीता का अध्ययन करने का संकल्प भी लेना चाहिए। गीता में जो बातें कही गई हैं। उनका अनुसरण कर अपने जीवन में सुख और शांति की अनुभूति करनी चाहिए। इस अवसर पर गंगा सेवक दल सचिव उज्ज्वल पंडित, सचिव समाज कल्याण अवधेश कौशिक, शशिकांत शर्मा, अभिषेक गुप्ता, हिमांशु वशिष्ठ आदि मौजूद रहे।
हरकी पैड़ी पर किया एक साथ एक मिनट गीता पाठ का आयोजन
हरिद्वार। गीता जयंती के अवसर पर हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज के आह्वान पर ’एक साथ एक मिनट गीत पाठ’ का आयोजन किया गया। देश भर में आयोजित किए गए कार्यक्रम के तहत हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर भी श्री गंगा सभा के नेतृत्व एवं जगन्ननाथ आश्रम के अध्यक्ष महंत अरुणदास महाराज के सानिध्य में सैंकड़ों संतों एवं वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा गीता के प्रथम, मध्यम एवं अंतिम मंत्र का पाठ किया गया। महंत अरुणदास ने कहा कि गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज के आह्वान पर देश भर में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम से गीता के प्रति एक नया जनजागरण होगा। गंगा तट पर लाखों भक्तों के बीच मंत्रों का उच्चारण होने से सनातन की विश्व पताका का मजबूत आधार स्थापित हुआ है।श्री गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि श्री गंगा सभा इस कार्यक्रम का सहभागी बन गीता की अलख जगाने का गवाह बना है। यह एक अच्छी शुरुआत है, इससे गीता के प्रति जागृति एवं सकारात्मक संदेश जाएगा।महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि गंगा हमारी संस्कृति एवं सनातन का आधार है तथा गीता सनातन का सार है। उन्होंने कहा कि सभी को नित्य गीता का अध्ययन करने का संकल्प भी लेना चाहिए। गीता में जो बातें कही गई हैं। उनका अनुसरण कर अपने जीवन में सुख और शांति की अनुभूति करनी चाहिए। इस अवसर पर गंगा सेवक दल सचिव उज्ज्वल पंडित, सचिव समाज कल्याण अवधेश कौशिक, शशिकांत शर्मा, अभिषेक गुप्ता, हिमांशु वशिष्ठ आदि मौजूद रहे।