हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय अंतर महाविद्यालय क्रीड़ा प्रतियोगिता का सोमवार को समापन हो गया। प्रतियोगिता के समापन पर मुख्य अतिथि उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति ओमकार सिंह,संस्कृत विवि के कुलपति प्रो.दिनेशचंद शास्त्री व कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने विजेता खिलाड़ियों बालक वर्ग में गोला फेंक में योगेश,महिला वर्ग में आकांक्षा,लंबी कूद में अरुण व वंदना गिरी और लंबी दौड़ में दक्ष पड़लिया व अतिमा को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। वॉलीवाल प्रतियोगता में श्रीविश्वनाथ संस्कृत महाविद्यालय उत्तरकाशी ने प्रथम,गरीबदासीय संस्कृत महाविद्यालय हरिद्वार ने द्वितीय और और उत्तराखंड संस्कृत विवि ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कबड्डी प्रतियोगिता में गुरुकुल पौंधा देहरादून ने प्रथम, पंजाब सिंध क्षेत्र साधु महाविद्यालय ऋषिकेश ने द्वितीय और उत्तराखंड संस्कृत विवि ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस दौरान उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति ओमकार सिंह ने कहा कि संस्कृत विवि की खेल प्रतिभाएं लगातार आगे बढ़ रही हैं। एक खिलाड़ी की जीत से संबंधित शिक्षण संस्थान और देश-प्रदेश का सम्मान बढ़ता है। संस्कृत विवि के कुलपति दिनेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि प्रतियोगिता में पुरूस्कार जीतने से ज्यादा प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना अधिक महत्वपूर्ण है। जीवन एक प्रतियोगिता है, इसमें हिस्सा लेने वाला ही एक दिन सफलता को प्राप्त करता है। उन्होंने कहा कि खेलों में भाग लेने से शरीर स्वस्थ रहता है और यहीं से भविष्य का द्वार खुलता है। विवि के वित्त नियंत्रक लखेंद्र गौथियाल ने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं में हार जीत खेल का एक हिस्सा है। प्रतियोगिता में 17महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन संयोजक डा.लक्ष्मी नारायण जोशी ने किया। इस अवसर पर डा.चंद्रशेखर शर्मा,डा.प्रकाश पंत,डा.अरविंद नारायण मिश्र,डा.रामरत्न खंडेलवाल,डा.मीनाक्षी रावत,डा.बिंदुमति, डा.स्वेता अवस्थी आदि सहित अनेक गणमान्य लोग और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
उत्तराखंड संस्कृत विवि में आयोजित खेल प्रतियोगिताएं संपन्न
हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय अंतर महाविद्यालय क्रीड़ा प्रतियोगिता का सोमवार को समापन हो गया। प्रतियोगिता के समापन पर मुख्य अतिथि उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति ओमकार सिंह,संस्कृत विवि के कुलपति प्रो.दिनेशचंद शास्त्री व कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने विजेता खिलाड़ियों बालक वर्ग में गोला फेंक में योगेश,महिला वर्ग में आकांक्षा,लंबी कूद में अरुण व वंदना गिरी और लंबी दौड़ में दक्ष पड़लिया व अतिमा को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। वॉलीवाल प्रतियोगता में श्रीविश्वनाथ संस्कृत महाविद्यालय उत्तरकाशी ने प्रथम,गरीबदासीय संस्कृत महाविद्यालय हरिद्वार ने द्वितीय और और उत्तराखंड संस्कृत विवि ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कबड्डी प्रतियोगिता में गुरुकुल पौंधा देहरादून ने प्रथम, पंजाब सिंध क्षेत्र साधु महाविद्यालय ऋषिकेश ने द्वितीय और उत्तराखंड संस्कृत विवि ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस दौरान उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति ओमकार सिंह ने कहा कि संस्कृत विवि की खेल प्रतिभाएं लगातार आगे बढ़ रही हैं। एक खिलाड़ी की जीत से संबंधित शिक्षण संस्थान और देश-प्रदेश का सम्मान बढ़ता है। संस्कृत विवि के कुलपति दिनेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि प्रतियोगिता में पुरूस्कार जीतने से ज्यादा प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना अधिक महत्वपूर्ण है। जीवन एक प्रतियोगिता है, इसमें हिस्सा लेने वाला ही एक दिन सफलता को प्राप्त करता है। उन्होंने कहा कि खेलों में भाग लेने से शरीर स्वस्थ रहता है और यहीं से भविष्य का द्वार खुलता है। विवि के वित्त नियंत्रक लखेंद्र गौथियाल ने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं में हार जीत खेल का एक हिस्सा है। प्रतियोगिता में 17महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन संयोजक डा.लक्ष्मी नारायण जोशी ने किया। इस अवसर पर डा.चंद्रशेखर शर्मा,डा.प्रकाश पंत,डा.अरविंद नारायण मिश्र,डा.रामरत्न खंडेलवाल,डा.मीनाक्षी रावत,डा.बिंदुमति, डा.स्वेता अवस्थी आदि सहित अनेक गणमान्य लोग और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।