हरिद्वार। योग गुरू स्वामी रामदेव ने कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी पहुंचकर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज से भेंट की और 6 जनवरी को आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम को लेकर चर्चा की। इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद भी मौजूद रहे। इस दौरान श्रीमहंत रविंद्रपुरी और स्वामी रामदेव ने देशवासियों से 22जनवरी को दीपावली मनाने का आह्वान भी किया। योग गुरू बाबा रामदेव का स्वागत करते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि योग गुरू बाबा रामदेव ने पूरे विश्व में योग को नई पहचान दी। स्वामी रामदेव और पतंजलि के प्रयासों से प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति योग और आयुर्वेद को पूरी दुनिया के लोग अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वामी रामदेव के प्रयासों को सराहा और पूरे विश्व में 21 जून को योग दिवस मनाने की शुरूआत हुई। स्वामी रामदेव ने कहा कि देश को आध्यात्मिक व सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत महापुरूषों की हमेशा अहम भूमिका रही है। हरिद्वार धर्म और अध्यात्म का प्रमुख केंद्र है। हरिद्वार के संत महापुरूषों की वाणी से प्रसारित होने वाले आध्यात्मिक संदेशो से पूरे विश्व को मार्गदर्शन प्राप्त होता है। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद ने कहा कि अयोध्या में तैयार हो रहा भव्य श्रीराम मंदिर सांस्कृतिक परंपरांओं और हिंदू गौरव का प्रतीक होगा। सभी को 22जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर को पर्व के रूप में मनाना चाहिए। इस दौरान रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा,महंत सूर्यमोहन गिरी, स्वामी कृष्णानंद भी मौजूद रहे।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी और योग गुरू रामदेव ने देशवासियों से किया 22 जनवरी को दीपावली मनाने का आह्वान
हरिद्वार। योग गुरू स्वामी रामदेव ने कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी पहुंचकर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज से भेंट की और 6 जनवरी को आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम को लेकर चर्चा की। इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद भी मौजूद रहे। इस दौरान श्रीमहंत रविंद्रपुरी और स्वामी रामदेव ने देशवासियों से 22जनवरी को दीपावली मनाने का आह्वान भी किया। योग गुरू बाबा रामदेव का स्वागत करते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि योग गुरू बाबा रामदेव ने पूरे विश्व में योग को नई पहचान दी। स्वामी रामदेव और पतंजलि के प्रयासों से प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति योग और आयुर्वेद को पूरी दुनिया के लोग अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वामी रामदेव के प्रयासों को सराहा और पूरे विश्व में 21 जून को योग दिवस मनाने की शुरूआत हुई। स्वामी रामदेव ने कहा कि देश को आध्यात्मिक व सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत महापुरूषों की हमेशा अहम भूमिका रही है। हरिद्वार धर्म और अध्यात्म का प्रमुख केंद्र है। हरिद्वार के संत महापुरूषों की वाणी से प्रसारित होने वाले आध्यात्मिक संदेशो से पूरे विश्व को मार्गदर्शन प्राप्त होता है। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद ने कहा कि अयोध्या में तैयार हो रहा भव्य श्रीराम मंदिर सांस्कृतिक परंपरांओं और हिंदू गौरव का प्रतीक होगा। सभी को 22जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर को पर्व के रूप में मनाना चाहिए। इस दौरान रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा,महंत सूर्यमोहन गिरी, स्वामी कृष्णानंद भी मौजूद रहे।