हरिद्वार/देहरादून। शिवालिक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग को यूजीसी और राज्य सरकार के द्वारा दस वर्षों के लिए उत्तराखण्ड में प्रथम निजी ओटोनॉमस कॉलेज का दर्जा प्राप्त हुआ। इस अवसर पर कॉलेज के वाईस चेयरमैन अजय कुमार ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शिवालिक कॉलेज पहले से ही नैक ए-प्लस प्राप्त संस्थान है। उसमें एक और उपलब्धि ओटोनॉमस कॉलेज के रूप में हासिल की है।देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उनके विजन को अपनाते हुए गुणवतापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शिवालिक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा अनुसरण किया गया,जो कि आगे चलकर मील का पत्थर साबित होगा। जिसका श्रेय शिक्षकों,कर्मचारियों और छात्रों को दिया।कॉलेज के निदेशक डॉ़0 प्रहलाद सिंह ने अपने सम्बोधन में सभी शिक्षकों,कर्मचारियों और छात्रों को ओटोनॉमस (स्वायत्ता) के बारे में विस्तार से समझाया और यह भी बताया कि हमें किस प्रकार से कार्य करने की आजादी ओटोनॉमस के रूप में यूजीसी के द्वारा प्रदान की गई है। इस अवसर पर शिवालिक कॉलेज में ढोल नगाडे़ बजाकर जमकर जश्न मनाया गया। इसी क्रम में कॉलेज के सलाहकार प्रो0 (डॉ0) एस0 पी0 श्रीवास्तव ने सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों को इस उपलब्धि पर बधाई दी और आगामी चुनौतियों के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर कॉलेज के डीन स्टूडेंट वेलफेयर सुरमधुर पन्त,फॉर्मेसी के प्रिसंपल डॉ0 स्यानतन मुखोपाध्याय,डीन आईक्यूएसी डॉ़0 कुलदीप पंवार,चीफ प्रॉक्टर डॉ़0 यूसी गुप्ता, कॉलेज के रजिस्ट्रार राकेश भण्डारी,शिक्षकगण व कर्मचारी और समस्त छात्र-छात्राऐं आदि उपस्थित रहे।