संत महापुरूषों के सानिध्य में ही भक्त का कल्याण होता है-स्वामी निर्मलदास


 हरिद्वार। स्वामी निर्मलदास महाराज ने कहा कि समाज को धर्म व अध्यात्म की प्रेरणा देकर अध्यात्म के मार्ग अग्रसर करने के साथ देश को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत समाज की अहम भूमिका है। श्रवणनाथ नगर स्थित तारकेश्वर धाम में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी निर्मलदास महाराज ने कहा कि तपस्वी व सिद्ध संत तारा बाबा की प्रेरणा से आयोजित धार्मिक अनुष्ठान से उत्पन्न आध्यात्मिक ऊर्जा राष्ट्र कल्याण का आधार बनेगी। उन्होंने कहा कि परमार्थ के लिए जीवन समर्पित करने वाले संत महापुरूषों के सानिध्य में ही भक्त के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। सभी को सद्गुरू से प्राप्त ज्ञान को आचरण में धारण कर मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए। स्वामी निर्मलदास महाराज ने कहा कि आदि अनादि काल से सनातन धर्म अक्षुण्ण रहा है। आज राजनीतिक लाभ के लिए कुछ लोग सनातन धर्म पर आघात कर रहे हैं। जिसे कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। युवा संत सनातन धर्म की रीढ़ हैं और धर्म रक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने को तैयार हैं। इस दौरान महंत कपिल मुनि, महंत धर्मदास सहित बड़ी संख्या में संत महापुरूष मौजूद रहे। आचार्य रामचंद्र व आचार्य प्रकाश उप्रेती के नेतृत्व में 11 ब्राह्मणों ने अनुष्ठान संपन्न कराया।