निर्माण कार्यो में गुणवत्ता,पारदर्शिता,तकनीकी पहलू के साथ मानक का ध्यान रखा जाये-डॉ.निशंक

 पूर्व केन्द्रीय मंत्री सांसद ने विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में दिए निर्देश 


हरिद्वार। जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी कार्य कराये जा रहे हैं,उसमें गुणवत्ता,पारर्शिता,तकनीकी पहलू तथा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाये तथा जो भी योजना जिस उद्देश्य के लिये बनाई गयी है,वह उद्देश्य पूरा होना चाहिये। उन्होंने कहा कि इसमें अगर कहीं ढिलाई बरती जाती है,तो सम्बन्धित की जिम्मेदारी तय होनी चाहिये तथा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिये। डॉ.निशंक की अध्यक्षता में मंगलवार को मेला नियंत्रण भवन(सी0सी0आर0) में आयोजित दिशा की बैठक में पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद को मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभिन्न योजनाओं में किये गये कार्यों की प्रगति, विशेष उपलब्धि,पिछली बैठक के निर्णयों का क्रियान्वयन आदि के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। सांसद डॉ0 निशंक ने बैठक में सर्वप्रथम भारत सरकार की फ्लैगशिप योजना जल जीवन मिशन के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी ली। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि विलम्ब से योजना की शुरूआत होने की वजह से पूर्व में इस योजना में प्रगति काफी धीमी रही, लेकिन इधर के माहों में इसमंें काफी प्रगति आई है, जिसकी वजह से 81प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है,परिणाम स्वरूप आकांक्षी जनपदों में हरिद्वार की रैंकिंग नम्बर-1 पर है। उन्होंने बताया कि इस योजना का शेष कार्य जनवरी,2024 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। बैठक में डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक ने जल जीवन मिशन की विकासखण्डवार क्या प्रगति है,के सम्बन्ध में विस्तार से अधिकारियों से जानकारी ली। इस पर अधिकारियों ने कुल कितनी स्कीमें चल रही हैं,कितनों पर कार्य पूर्ण हो चुका है,कितने समय में हर घर नल से जल उपलब्ध करा दिया जायेगा,के सम्बन्ध में बताया। विभिन्न जन-प्रतिनिधियों ने बैठक में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना के तहत जो पानी की आपूर्ति हो रही है,उसमें बिजली का बिल कामर्शियल आने तथा जल संस्थान को हैण्ड ओवर न होने की वजह से आ रही दिक्कतों का उल्लेख किया तथा जल निगम को भी अनुरक्षण मद में बजट उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में चर्चा की। सांसद ने तुरन्त दूरभाष के माध्यम से सचिव पेयजल से वार्ता की तथा इस सम्बन्ध में यथाशीघ्र निर्णय लेने के निर्देश दिये। सांसद ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कोई भी योजना अगर प्रारम्भ करते हैं,तो उसका शिलान्यास तथा कार्य पूर्ण हाने पर उसका उद्घाटन सम्बन्धित जन- प्रतिनिधियों से अवश्य करायें ताकि योजना के सम्बन्ध में आम जन को भी जानकारी मिल सके। उन्होंने सभी विभागों से आपसी समन्वय व संवाद स्थापित करते हुये कार्य करने के निर्देश दिये। सांसद ने बैठक में लोक निर्माण विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि आपदा के समय लोक निर्माण विभाग ने आन्नेकी-हेतमपुर वैली ब्रिज को रिर्कार्ड 40दिन के भीतर तैयार कर इस मार्ग से आवागमन शुरू कर दिया था। इस पर उन्होंने लोक निर्माण विभाग की प्रशंसा की। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि आपदा के समय जनपद में 34 पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हुई थीं, जिन्हें सुचारू कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त 190 प्राथमिक सड़कें जो क्षतिग्रस्त हुई थी, वे ठीक कर दी गयी हैं या उनमें कार्य चल रहा है तथा इसी तरह सड़कों के पेंच वर्क का कार्य भी प्रगति पर है, जिसे आगामी 30 नवम्बर तक पूरा कर लिया जायेगा। सी0आर0एफ0 के अन्तर्गत 100 करोड़ की लागत की पांच योजनायें चल रही हैं, जो लगभग पूर्णता की ओर हैं। डॉ.निशंक ने लोक निर्माण विभाग की योजनाओं के सम्बन्ध में विभागीय अध्यक्ष से दूरभाष पर वार्ता कर कहा कि हरिद्वार में सम्पूर्ण विश्व के लोग आते हैं तथा निर्देश दिये कि हरिद्वार के लिये अलग से एक मीटिंग करके यहां की आवश्यकताओं के अनुसार विशेष पैकेज की व्यवस्था की जाये। सांसद ने बैठक में एनएच लोक निर्माण से आमखेड़ी पुल के सम्बन्ध में जानकारी ली। उन्होंने आमखेड़ी पुल की धीमी प्रगति पर नाराजगी प्रकट की। इस पर अधिकारियों ने बताया कि जनवरी,2024 तक पुल से यातायात प्रारम्भ हो जायेगा। एनएच नजीबाबाद के सम्बन्ध में पूछे जाने पर अधिकारियों ने बताया कि मार्च,2024 तक इसे पूरा कर लिया जायेगा। शान्तिकुंज के पास बन रहे फ्लाई ओवर के सम्बन्ध में भी सांसद ने कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की तथा इसे नवम्बर तक पूरा करने के निर्देश दिये। बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि जल भराव हुआ था,उसके निदान के लिये पूरी एरिया का सर्वे कराकर इस्टीमेट तैयार कर लिया गया है। इस सम्बन्ध में उन्होंने दूरभाष पर सचिव सिंचाई से भी विस्तार से वार्ता की तथा दिशा-निर्देश दिये। बैठक में इकबालपुर चीनी मिल द्वारा किसानों के गन्ना मूल्य के भुगतान का मामला भी सामने आया, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि इस सम्बन्ध में शीघ्र ही उच्च स्तर पर एक बैठक आहूत की जायेगी। बैठक में विधायक आदेश चौहान,विधायक प्रदीप बत्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी ने भी अपने-अपने क्षेत्र की चल रही विकास योजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा कर अपने सुझाव दिये। बैठक में सांसद प्रतिनिधि ओम प्रकाश जमदग्नि,भाजपा जिला अध्यक्ष हरिद्वार संदीप गोयल, चेयरमैन नगर पालिका परिषद लक्सर अम्बरीष गर्ग,विभिन्न ब्लाकों के ब्ब्लाक प्रमुख,पी0डी0 के0एन0 तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश,मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी,मुख्य उद्यान अधिकारी ओम प्रकाश,जिला समाज कल्याण अधिकारी टी0आर0 मलेठा,डीपीओ अविनाश भदौरिया,डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह,डीईएसटीओ सुश्री नलिनी ध्यानी,लीड बैंक मैनेजर संजय सन्त,परियोजना निदेशक राष्ट्रीय राजमार्ग प्रदीप सिंह गुसांई,अधीक्षण अभियन्ता लोक निमा्रण एस0के0 गर्ग,अधिशासी अभियन्ता सुरेश तोमर, अधिशासी अभियन्ता जल निगम राजेश गुप्ता,अधिशासी अभियन्ता पीआईयूअमृत)पेयजल सी0पी0एस0 गंगवार,ए0के0 मुश्तफा, अधिशासी अभियन्ता विद्युत एस0एस0 उस्मान,एसीएमओ आर0के0 सिंह,एएमएनए रूड़की भाजपा नेता लव शर्मा,आशू,विभिन्न ब्लाकों के बीडीओ सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।