नवरात्र आराधना से होती है तन और मन की शुद्धि-श्रीमहंत रविंद्रपुरी


 हरिद्वार। अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि नवरात्र मां दुर्गा की आराधना के साथ नौ दिनों तक सात्विक जीवन जीने का अवसर भी हैं। नवरात्र अनुष्ठान कर रहे श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि नवरात्रों में नौ दिनों तक सात्विक जीवन व्यतीत करने से तन और मन दोनों की शुद्धि होती है और अंतःकरण में ज्ञान का प्रकाश होता है। जिसके प्रभाव से व्यक्ति सद्मार्ग पर अग्रसर होता है। सद्मार्ग ही कल्याण का मार्ग है। उन्होंने कहा कि देवी भगवती के सभी नौ स्वरूप परम् कल्याणकारी हैं। नवरात्रों में प्रतिदिन देवी के एक स्वरूप की पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि जीवन का गति प्रदान करने के लिए शक्ति की आराधना जरूरी है। मां दुर्गा संसार की परम शक्ति है। परम शक्ति की आराधना से समस्त रोग,दोष आदि समस्त व्याधियां दूर होती हैं। परिवार में सद्भाव और शांति का वातावरण बनता है। सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को नवरात्र आराधना अवश्य करनी चाहिए।