छत्रपति शिवाजी के विचार वर्तमान परिस्थितियों में प्रासंगिक: शिवप्रताप शुक्ल

 हिन्दवी स्वराज के 350वें वर्ष के अवसर पर जाणता राजा महानाट्य पर व्याख्यान माला का आयोजन  


हरिद्वार। देश-दुनिया की वर्तमान परिस्थितियों में छत्रपति शिवाजी के विचार आज भी प्रासंगिक है। छत्रपति शिवाजी के जीवन से प्रेरणा लेकर युवा पीढ़ी को त्याग व बलिदान का भाव जाग्रत करना होगा। यह विचार हिमाचल के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने डिवाईन कॉलेज ऑफ मेडिकल साईसेंस के सभागार में हिन्दवी स्वराज के 350वें वर्ष के अवसर पर 26 से 31 अक्टूबर तक लखनऊ में आयोजित होने वाले जाणता राजा महानाट्य पर व्याख्यान माला के अवसर पर व्यक्त किये। राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने कहा कि राष्ट्र के प्रति समर्पण वर्तमान की महत्ती आवश्यकता है। देश में राष्ट्रवाद की अलख जगाने में जाणता राजा महानाट्य महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। उन्हांेने कहा कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष आशीष गौतम ने जाणता राजा महानाट्य का आयोजन कर राष्ट्रवाद की ज्वाला को प्रचण्ड करने का कार्य किया है। उन्होंने आवाह्नन करते हुए कहा कि सेवा कार्यों मंे समर्पित दिव्य प्रेम सेवा मिशन को हम सब को तन,मन,धन से सहयोग करना चाहिए। सहयोग के क्रम में उन्हांेने 5लाख रूपये का ड्राफ्ट दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष आशीष गौतम को सौंपा। उत्तराखण्ड के शहरी विकास मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि हिन्दू स्वराज के 350वर्ष पूर्ण होने पर लखनऊ में जाणता राजा महानाट्य का आयोजन कर दिव्य प्रेम सेवा मिशन ने छत्रपति शिवाजी के व्यक्तित्व और कृतित्व को जनमानस तक पहुंचाने की जो सार्थक पहल की है वह निश्चित रूप से देश की युवा पीढ़ी को नयी दिशा देने की कार्य करेगी। उन्हांेने कहा कि आयोजन में उनका जो भी सहयोग होगा वह उसमें बढ़-चढ़कर योगदान देंगे। अन्तर्राष्ट्रीय कथाव्यास विजयकौशल जी ने कहा कि सेवा ही सच्ची भक्ति है, सेवा ही शुभ है, शोषण करना अशुभ है। दिव्य प्रेम सेवा मिशन ने सेवा कार्यों को धरातल पर प्रेमपूर्वक उतारकर समूचे देश में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की है। समाजसेवी अजय गुप्ता ने कहा कि जीवन में संस्कारों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। युवा पीढ़ी को संस्कारित कर राष्ट्र को सशक्त बनाने में अपनी भूमिका निभा रहे दिव्य प्रेम सेवा मिशन का जाणता राजा महानाट्य का आयोजन महत्वपूर्ण पहल साबित होगी। दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष आशीष गौतम ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में जब जाति, धर्म के नाम पर देश को बांटने का कार्य किया जा रहा है ऐसे में छत्रपति शिवाजी के जाणता राजा महानाट्य का आयोजन देश को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य करेगा। सेवा मिशन के संयोजक संजय चतुर्वेदी ने कहा कि लखनऊ में 26 से 31 अक्टूबर तक वृहद स्तर पर जाणता राजा महानाट्य में लगभग 1100 कलाकार व सहयोगीगण आयोजन को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायंेगे। वहीं देश भर से सवा लाख लोग कार्यक्रम में प्रतिभाग करंेगे। व्याख्यान माला का संचालन केयर ऑफ नर्सिंग की प्राचार्या श्रीमती प्रीत शिखा शर्मा ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल,उपाध्यक्ष विकास तिवारी ,भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी, कमला जोशी, लोकेश पाल,विकास गोयल, अविनाश ओहरी,मनोज शुक्ला,राम कुमार चौधरी,सुनील पाण्डेय,पीएस गिल,अतुल चौहान, राजकुमार सैनी,दिव्य प्रेम सेवा मिशन के सह संयोजक गगन यादव,प्रशांत खरे,अर्पित मिश्रा,विश्वास शर्मा समेत सैकड़ों गणमान्यजन उपस्थित रहे।