निपुण भारत मिशन को सफल बनाने की जिम्मेदारी शिक्षकों के कंधों पर


 हरिद्वार। निपुण भारत मिशन के तहत आयोजित सेवारत प्रशिक्षण के तीसरे फेरे के छठे दिन आज प्रतिभागियों को विद्यालय सुरक्षा के सन्दर्भ में अवगत कराया गया तथा विभिन्न सत्रों के माध्यम से जानकारी दी गई। इस दौरान उप निदेशक एवं अन्य अधिकारियों ने आवश्यक दिशा निर्देश दिये। ब्लॉक संसाधन केंद्र बहादराबाद में अध्यापकों के छह दिवसीय प्रशिक्षण के छठे दिन राज्य स्तरीय अनुश्रवण टीम ने प्रशिक्षण का जायजा लिया। इस अवसर पर उप निदेशक एवं विशेषज्ञ समग्र शिक्षा आकाश सारस्वत ने प्रशिक्षण व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा प्रतिभागियों से बातचीत की। आकाश सारस्वत ने कहा की निपुण भारत मिशन को सफल बनाने की जिम्मेदारी शिक्षकों के कंधों पर है। उन्होंने कहा कि शिक्षक बच्चों की नींव तैयार करते हैं तथा ग्रास रूट पर वही काम करते हैं। बच्चों को भाषा एवं गणितीय ज्ञान अत्यंत आवश्यक है यदि बच्चे इन सबसे अछूते रह गए तो उनकी बुनियाद ही कमजोर पड़ जाएगी। श्री सारस्वत ने कहा की शिक्षक अपना आचरण एवं व्यवहार ठीक रखेगे तो बच्चे भी अच्छा सीखेंगे। उन्होंने कहा की शिक्षक को संवेदनशील होना चाहिए। विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से उन्होंने शिक्षकों को प्रोत्साहित किया। खंड शिक्षाधिकारी स्वराज तोमर ने कहा की एफएलएन के राष्ट्रीय मिशन का मूल उद्देश्य सभी बच्चों को पढ़ने और समझ के साथ जवाब देने, स्वतंत्र रूप से समझ के साथ लिखने,संख्या बोध,गणितीय सोच,समस्या समाधान और तर्क विकसित करने में सक्षम बनाना है। इस अवसर पर राज्य समन्वयक अनिल ध्यानी ने भी आपने विचार रखे। इस अवसर पर प्रशिक्षण सह प्रभारी डॉ.शिवा अग्रवाल एवं अश्विनी चौहान ,राकेश सिंह,सुमित कुमार सन्दर्भदाता के रूप में मनोज प्रताप,दीपक कुमार,राजेश कुमार, सुंदर पाल,विपिन कुमार राशिद अली,नीरज कुमार,प्रदीप धीमान,दीक्षांत कुमार,संदीप कुमार,श्रीमती हेमलता,श्रीमती कीर्ति नेगी,श्रीमती अंजू वर्मा,श्रीमती आरती धीमान,श्रीमती देवयानी कौशिक, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से दीपक दीक्षित आदि उपस्थित रहे।