हरिद्वार। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने ऑपरेशन स्माइल के तहत हरकी पैड़ी से रेस्क्यू किए गए बालक को परिजनों से मिलवाया। बालक के माता पिता का देहांत हो चुका और बिना बताए घर से हरिद्वार आ गया था। एएचटीयू टीम ने 13सितम्बर को 11वर्षीय बालक को लावारिस अवस्था में हरकी पैड़ी से रेस्क्यू किया था। पूछताछ में बालक ने अपना नाम अंशुल पुत्र स्व.मंूगा लाल निवासी बलसिंडा बताया था। राजकीय बाल कल्याण समिति के आदेश पर बालक को बाल संरक्षण गृह रोशनाबाद भेजने के साथ उसके परिजनों की तलाश शुरू की गयी। टीम ऑपरेशन स्माईल की एसआई किरन गुसांई ने बताया कि बालक द्वारा बताया गया स्थान बालसिंडा यूपी के पीलीभीत जनपद का एक कस्बा है। बालक के परिजनों की तलाश मे जुटी टीम ने बालसिंडा पहुंचकर बालक के सगे चाचा ओमप्रकाश को खोज निकाला। ओमप्रकाश ने बताया कि अंशुल के माता पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था। तब से वह उनके साथ ही रह रहा है। 24जुलाई को वह घर से बिना बताए कहीं चला गया। काफी खोजबीन करने के बाद जब उसका कुछ पता नहीं चला तो थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवा दी थी। एसआई किरन गुसांई ने बताया कि सीडब्लयूसी के आदेश पर काउंसलिंग के पश्चात बालक अंशुल को उसके चाचा ओमप्रकाश व फूफा रोशनलाल के सुपुर्द कर दिया गया। परिजनों ने ऑपरेशन स्माइल टीम का आभार जताया है। टीम में एसआई किरन गुसांई, कांस्टेबल मुकेश कुमार, दीपक चंद, मनोज कुमार व महिला कांस्टेबल आरती शामिल रहे।