तजिंदर गुप्ता बने बीएचईएल का निदेशक (पावर)

 हरिद्वार। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) के बोर्ड में निदेशक के रूप में नियुक्ति के उपरांत, 56 वर्षीय तजिंदर गुप्ता ने सार्वजनिक क्षेत्र के इंजीनियरिंग और विनिर्माण उद्यम के निदेशक (पावर) के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। श्री गुप्ता बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज (बीआईटीएस),पिलानी के 1989बैच के इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग स्नातक हैं। बीएचईएल में पदभार ग्रहण करने से पहले,वे एनटीपीसी लिमिटेड में मुख्य महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत थे। वे 1989 में ग्रेजुएट इंजीनियर प्रशिक्षु अधिकारी के रूप में एनटीपीसी में शामिल हुए थे। श्री गुप्ता के पास संकल्पना से लेकर विद्युत परियोजनाओं की कमीशनिंग तक, भारत के विभिन्न राज्यों में परियोजना प्रबंधन में 34वर्षों का विविध और व्यापक अनुभव है। एनटीपीसी में सेवा के दौरान,उन्होंने एनटीपीसी के विद्युत स्टेशनों के विशाल बेड़े के संचालन और रखरखाव के अलावा, बड़े आकार की ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड विद्युत परियोजनाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। निदेशक सचिवालय के एनटीपीसी कॉर्पोरेट सेंटर में सेवा के दौरान,उन्होंने एनटीपीसी के प्रचालन के लिए महत्वपूर्ण कई बुनियादी ढांचा परिसंपत्तियों के समयबद्ध निर्माण और कमीशनिंग के लिए टीम का नेतृत्व किया। वह अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल मानदंड वाले खरगोन (2Û660 मेगावाट) प्रोजेक्ट के निर्माण दल के प्रमुख थे। बिजनेस यूनिट प्रमुख के रूप में अपनी नियुक्ति के केवल दो वर्षों में,श्री गुप्ता झारखंड में स्थित 3.660 मेगावाट नॉर्थ करनपुरा एसटीपीपी के निर्माण गतिविधियों में आमूलचूल बदलाव लाने में सफल रहे। ईएसजी के विकास में उनकी केन्द्रीय भूमिका रही है जिसके कारण नवीनतम एयर-कूल्ड कंडेनसेशन प्रौद्योगिकी,जो विद्युत संयंत्र में पानी की खपत को 65ः तक कम कर देती है,से लैस उत्तरी करनपुरा एसटीपीपी की पहली इकाई कमीशन हुई। गहन विश्लेषणात्मक क्षमता वाले तीक्ष्ण बुद्धि के उच्च कोटि के पेशेवर, श्री गुप्ता के पास लोगों को साथ लेकर चलने की विलक्षण प्रतिभा है तथा पावर सेक्टर इकोसिस्टम से संबंधित प्रचुर ज्ञान और अनुभव है जिससे उन्हें परियोजनाओं के तीव्र निष्पादन में मदद मिलती है। बिजनेस सिम्यूलेशन गेम्स, क्विज और आउटडोर खेलों में उनकी गहरी अभिरूचि है ।