हरिद्वार। श्रवणनाथ नगर स्थित श्री गोपीनाथ लाल जी मंदिर निकट भाटिया भवन में वार्षिक सतगुरु कृपा सद्भावना कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। सद्भावना कार्यक्रम में बोलते हुए श्रीमहंत रविदेव वेदांताचार्य जी ने कहा सतगुरु बिना ईश्वर की प्राप्ति संभव नहीं सतगुरु ही उंगली पड़कर भक्तों को भवसागर पार करा देते हैं। इस अवसर पर बोलते हुए श्री श्याम गोस्वामी ने कहा संत श्री लाल जी महाराज ने देश के कोने-कोने में सनातन धर्म की धर्म ध्वज को मजबूत करने का कार्य किया। संत श्री लाल जी महाराज साक्षात ईश्वर की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने भक्तों को सदैव कल्याण का मार्ग दिखाया। इस अवसर पर बोलते हुए श्री मोहनलाल गोस्वामी ने कहा इस सृष्टि में गुरु ईश्वर के प्रतिनिधि होते हैं वह अपने भक्तों को उंगली पड़कर भवसागर पार कर देते है।ं श्री कुंज बिहारी गोस्वामी ने कहा लाल जी महाराज ज्ञान और त्याग की एक अखंड मूर्ति थे। इस अवसर पर तपन गोस्वामी ने कहा परम पूज्य लाल जी महाराज ने इस सृष्टि में धर्म की धर्म ध्वजा फहरायी। गोपाल गोस्वामी ने कहा परम पूज्य स्वामी लाल जी महाराज ने भक्त जनों को कल्याण का मार्ग दिखाने के साथ-साथ उन्हें कान्हा कृष्ण कन्हैया की शरण में पहुंचने का मार्ग दिखाया। उन्होंने इष्ट देव श्री गोपीनाथ जी गोलोक वासी श्री रामलाल जी महाराज, श्री लखन लाल जी महाराज, श्री मनोहर लाल जी, महाराज गोस्वामी, श्री प्रीतम लाल जी महाराज, गोस्वामी शंकर लाल, सहित अपने समस्त गुरुजनों को वंदना करते हुए कहा इन सभी महान विभूतियों ने धर्म की अलख जगाई। सभी को सत्य का पथ दिखाया। गोपीनाथ जी के चरणों में अपने आप को समर्पित करने तथा समर्पण भाव की अनूठी अलख जगा कर इस संसार को सनातन धर्म पर चलने की राह दिखाई। इस अवसर पर महंत विष्णु दास महाराज, महंत दिनेश दास महाराज, महंत सुतीक्ष्ण मुनि, सूरज दास, महाराज श्री जय बाली गोस्वामी,वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण ,महाराज श्याम गिरी, सरवन दास, मनोजानंद, प्रवीण कश्यप सहित भारी संख्या में संत तथा भक्तगण उपस्थित थे।
गुरु ईश्वर के प्रतिनिधि है,अपने भक्तों को उंगली पड़कर भवसागर पार करा देते
हरिद्वार। श्रवणनाथ नगर स्थित श्री गोपीनाथ लाल जी मंदिर निकट भाटिया भवन में वार्षिक सतगुरु कृपा सद्भावना कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। सद्भावना कार्यक्रम में बोलते हुए श्रीमहंत रविदेव वेदांताचार्य जी ने कहा सतगुरु बिना ईश्वर की प्राप्ति संभव नहीं सतगुरु ही उंगली पड़कर भक्तों को भवसागर पार करा देते हैं। इस अवसर पर बोलते हुए श्री श्याम गोस्वामी ने कहा संत श्री लाल जी महाराज ने देश के कोने-कोने में सनातन धर्म की धर्म ध्वज को मजबूत करने का कार्य किया। संत श्री लाल जी महाराज साक्षात ईश्वर की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने भक्तों को सदैव कल्याण का मार्ग दिखाया। इस अवसर पर बोलते हुए श्री मोहनलाल गोस्वामी ने कहा इस सृष्टि में गुरु ईश्वर के प्रतिनिधि होते हैं वह अपने भक्तों को उंगली पड़कर भवसागर पार कर देते है।ं श्री कुंज बिहारी गोस्वामी ने कहा लाल जी महाराज ज्ञान और त्याग की एक अखंड मूर्ति थे। इस अवसर पर तपन गोस्वामी ने कहा परम पूज्य लाल जी महाराज ने इस सृष्टि में धर्म की धर्म ध्वजा फहरायी। गोपाल गोस्वामी ने कहा परम पूज्य स्वामी लाल जी महाराज ने भक्त जनों को कल्याण का मार्ग दिखाने के साथ-साथ उन्हें कान्हा कृष्ण कन्हैया की शरण में पहुंचने का मार्ग दिखाया। उन्होंने इष्ट देव श्री गोपीनाथ जी गोलोक वासी श्री रामलाल जी महाराज, श्री लखन लाल जी महाराज, श्री मनोहर लाल जी, महाराज गोस्वामी, श्री प्रीतम लाल जी महाराज, गोस्वामी शंकर लाल, सहित अपने समस्त गुरुजनों को वंदना करते हुए कहा इन सभी महान विभूतियों ने धर्म की अलख जगाई। सभी को सत्य का पथ दिखाया। गोपीनाथ जी के चरणों में अपने आप को समर्पित करने तथा समर्पण भाव की अनूठी अलख जगा कर इस संसार को सनातन धर्म पर चलने की राह दिखाई। इस अवसर पर महंत विष्णु दास महाराज, महंत दिनेश दास महाराज, महंत सुतीक्ष्ण मुनि, सूरज दास, महाराज श्री जय बाली गोस्वामी,वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण ,महाराज श्याम गिरी, सरवन दास, मनोजानंद, प्रवीण कश्यप सहित भारी संख्या में संत तथा भक्तगण उपस्थित थे।