संतों ने की लैंड जेहाद और लव जेहाद रोकने के लिए कड़ा कानून बनाने की मांग

 लैंड जेहाद पर रोक लगेगी तो लव जेहाद अपने आप समाप्त हो जाएगा-श्रीमहंत रविंद्रपुरी


हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने केंद्र व राज्य सरकार से लैंड जेहाद व लव जेहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग की है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि लैंड जेहाद और लव जेहाद के खिलाफ कड़ा कानून समय की मांग है। सनातन धर्म संस्कृति व समाज को विकृतियों से बचाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार को तत्काल कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को जेहाद से बचाने के लिए सबसे पहले लैंड जेहाद के खिलाफ कड़ा कानून बनाया जाना चाहिए। कड़ा कानून बनने से लैंड जेहाद पर रोक लगेगी। जिससे लव जेहाद अपने आप ही समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा जल्द ही अखाड़ा परिषद के संतों के प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंटकर उनसे लैंड जेहाद व लव जेहाद पर रोक लगाने के लिए कड़ा कानून बनाने की मांग की जाएगी। साथ ही कानून बनाने की मांग को लेकर संत समाज पूरे देश में जनजागरण अभियान भी चलायागा। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में किसी भी प्रकार के जेहाद के लिए कोई जगह नहीं है। संत समाज हिंदू हितों के संरक्षण के लिए कृतसंकल्प है। जेहाद संस्कृति को उत्तराखंड में पनपने नहीं दिया जाएगा। भारत माता मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि षड़यंत्र के तहत फैलाए जा रहे लैंड जेहाद व लव जेहाद के खिलाफ संत समाज एकजुट है। सभी प्रकार के जेहाद का एक मात्र समाधान हिंदू राष्ट्र है। केंद्र सरकार को संसद के अगले सत्र में देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए विधेयक लाना चाहिए। निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि आदि अनादि काल से ही सनातन परंपरांओं से ही पूरे विश्व में भारत की अलग पहचान है। उन्होंने कहा कि सनातन परंपरांओं को मानने वाले देश में जेहाद को स्वीकार नहीं किया जाएगा।