शिव कृपा से होता है कल्याण-स्वामी कैलाशानंद गिरी

 


हरिद्वार। विश्व कल्याण के लिए भगवान शिव के निमित्त निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज का अखण्ड अनुष्ठान शुक्रवार को 17वें दिन में प्रवेश कर गया। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज पिछले 33 वर्षों से सावन के पूरे महीने प्रतिदिन 16 घंटे लगातार रूद्राभिषेक करते हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि महादेव शिव की महिमा अनंत है। कल्याण के साथ संहार भी करने वाले शिव की कृपा जिस पर हो जाती है। उसका कल्याण निश्चित है। सावन भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सबसे अच्छा अवसर है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को सावन में भगवान शिव की आराधना अवश्य करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सावन में भगवान नारायण सृष्टि के संचालन का भार भगवान शिव को सौंप कर क्षीर सागर में शयन के लिए चले जाते हैं। भगवान नारायण के निद्रा से जागने तक भगवान शिव ही सृष्टि का संचालन करते हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी महाराज ने बताया कि 33 वर्ष से पूरे सावन चलने वाली शिव आराधना के दौरान शिवलिंग का विभिन्न प्रकार के पुष्पों से श्रंग्रार कर रूद्राभिषेक किया जाता है। जिससे स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ अनेक गणमान्य लोग भी सम्मिलित होते हैं। शिव साधना की पूर्णाहूति श्रावण पूर्णिमा को सांयकाल गंगा पूजन के उपरांत होती है। इस अवसर पर स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी,बालमुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी, स्वामी लाल बाबा, आचार्य पवन दत्त मिश्रा, आचार्य प्रमोद पांडे,स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी, चेतन शर्मा, राजू शुक्ला, अनुराग वाजपेयी, राधेश्याम शर्मा आदि मौजूद रहे।