सहज भक्ति भाव से ही प्रसन्न हो जाते हैं भगवान शिव-स्वामी कैलाशानंद गिरी

 हरिद्वार। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सावन में सच्चे मन से की गई भगवान शिव की आराधना से साधक का जीवन बदल जाता है और कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। श्री दक्षिण काली मंदिर में आयोजित विशेष शिव अनुष्ठान के 12वें दिन श्रद्धालु भक्तों को शिव आराधना का महत्व बताते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि शिव कृपा से जीवन सुखी, निरोगी और समृद्ध होता है। सहज भक्ति भाव से ही प्रसन्न होने वाले भगवान शिव को अधिक कुछ नहीं चाहिए। शिव मात्र जलाभिषेक से ही प्रसन्न होकर अपने भक्तों का उद्धार कर देते हैं। गंगा जल व पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करने के बाद बेलपत्र,शमीपत्र,कुशा तथा दूब आदि भोलेनाथ को अर्पित करें। भगवान शिव ने सावन के महीने में माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें अर्द्धांगिनी के रूप में स्वीकार किया था। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि सोमवार को विभिन्न प्रकार के पुष्पों से शिवलिंग का विशेष श्रंग्रार किया जाएगा। इस अवसर पर स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी,बालमुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी,स्वामी लाल बाबा,आचार्य पवन दत्त मिश्रा,आचार्य प्रमोद पांडे,स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी, चेतन शर्मा,राजू शुक्ला,अनुराग वाजपेयी आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।