जीवन जीने की कला सिखाती है श्रीमद् भागवत कथा-महंत भैय्या जी महाराज


 हरिद्वार। कथा व्यास महामंडलेश्वर महंत भैय्या जी महाराज ने कहा कि कहा कि श्रीमद् भागवत कथा जीवन जीने की कला सिखाती है। गुघाल रोड़ स्थित मालवीय धाम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर भैय्या जी महाराज ने कहा कि कथा से प्राप्त ज्ञान से भक्त के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। कथा के प्रभाव से अधोगति में पड़े पितरों को भी मुक्ति मिल जाती है। श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान का वह भण्डार है। जिसे जितना ग्रहण करो, जिज्ञासा उतनी ही बढ़ती जाती है। उन्होंने कहा कि गंगा तट पर संतों के सानिध्य में कथा के आयोजन व श्रवण से दोगुना पुण्य लाभ प्राप्त होता है। श्रीमहंत विष्णु दास महाराज ने कहा कि समस्त वेदों एवं पुराणों का सार श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आत्म कल्याण,भक्ति और ज्ञान प्राप्त करने के लिए श्रीमद् भागवत का श्रवण अवश्य करना चाहिए। महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति का जीवन भव सागर से पार हो जाता है। कथा के यजमान अवनीश गौतम,अभिषेक शर्मा, सचिन सरदार, शुभम मिश्रा एवं शिवम मिश्रा ने सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान महंत विष्णुदास,महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद,बाबा हठयोगी,महंत गोविंददास ,महंत नारायण दास पटवारी, महंत प्रह्लाद दास,महंत प्रेमदास,महंत प्रमोद दास, महंत रघुवीर दास,महंत बिहारी शरण,महंत अंकित शरण,महंत जयराम दास आदि संत महापुरूष एवं श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।