पतंजलि योगपीठ में धूमधाम से मनाया गया देश का 77वाँ स्वतंत्रता दिवस


 हरिद्वार। 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति स्वामी रामदेव तथा पतंजलि योगपीठ के महामंत्री तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण के द्वारा ध्वजारोहण कर समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ प्रेषित की गईं। इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि इस स्वतंत्रता दिवस पर हमने देश की आर्थिक आजादी, शिक्षा की आजादी, चिकित्सा की आजादी व सांस्कृतिक आजादी का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की आजादी के लिए भारतीय शिक्षा बोर्ड, पतंजलि गुरुकुलम, आचार्यकुलम, पतंजलि विश्वविद्यालय व पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज काम करेंगे। चिकित्सा की आजादी के लिए पतंजलि वेलनेस और पतंजलि का पूरा स्वदेशी अभियान समर्पित है। आर्थिक आजादी के लिए स्वदेशी अभियान इतना बड़ा करना है कि देश से विदेशी कम्पनियों की आर्थिक लूट और गुलामी का यह षड्यंत्र खत्म हो सके और सनातन के गौरव व वैभव को लेकर हम आगे बढ़ें। उन्होने कहा कि राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है,राष्ट्रप्रेम सर्वोपरि है,राष्ट्रहित सर्वोपरि है। इसी विचार को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। कार्यक्रम में आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी में हम स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं,आजादी का उत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सबका दायित्व है कि जिन वीर, शहीद,क्रान्तिकारियों ने जिन स्वप्नों को लेकर इस देश के लिए अपने जीवन को आहूत किया,उन संकल्पों को पूरा करने के लिए हम जीएँ और उसके लिए कार्य करें। हमारा देश आगे बढ़े,उन्नत हो,समृद्धशाली हो। देश में सभी खुशहाल हों,सब मिलकर भाईचारे के साथ, सबका साथ,सबका विकास और सबका विश्वास के संकल्प के साथ देश को आगे बढ़ाएँ। इसके पश्चात पतंजलि से सम्बद्ध सभी शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं तथा विविध इकाइयों के कर्मचारियों व संन्यासियों ने देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दीं। कार्यक्रम में पतंजलि योगपीठ-। व।।,राजीव दीक्षित भवन,पतंजलि अनुसंधान संस्थान,पतंजलि विश्व विद्यालय,पतंजलि आयुर्वेदिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल,आचार्यकुलम,पतंजलि गुरुकुलम,वैदिक गुरुकुलम,पतंजलि संन्यास आश्रम,भारतीय शिक्षा बोर्ड, गौशाला कृषि फार्म, पतंजलि ग्रामोद्योग, तेलीवाला कृषि फार्म,पराक्रम सिक्योरिटी, दिव्य योग मंदिर कनखल, पतंजलि आयुर्वेद लि., तथा संस्था से सम्बद्ध सभी इकाईयोें,संस्थानों से संन्यासीगण,इकाई प्रमुख,विभागाध्यक्ष, प्रभारीगण, निरीक्षकगण,कर्मचारीगण,शिक्षण संस्थानों के प्राचार्यगण व छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।