जोश के साथ होश रखने से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान संभव-यशपाल सिंह राणा
हरिद्वार। व्यक्तिगत हित साधने के लिए राजनीति करने तथा सामाजिक सौहार्द्र बिगाड कर कोई भी समाज उन्नति नही कर सकता है। भारतीय कानून व्यवस्था मे अभिव्यक्ति की आजादी किसी दूसरे की भावनाओं को आहत करने की अनुमति नही देती है। क्षत्रिय समाज के प्रबुद्वजनों ने समाज मे वर्तमान घटनाक्रम पर विचार-विमर्श करते हुये ऐसा करने पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये निंदा प्रस्ताव पारित किया है। बाल सदन बहादराबाद मे क्षत्रिय समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों एवं युवाओं के बीच विमर्श किया गया। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर यशपाल सिंह राणा ने कहा कि जोश के साथ होश बनाकर रखने से बड़ी से बड़ी समस्या का निराकरण संभव है। समूचे क्षत्रिय समाज को अभद्रता पूर्वक निशाना बनाना एक सोची समझी राजनीति है। जिसका पर्दाफाश होना जरूरी है। प्रिंसिपल राजेन्द्र सिंह चौहान ने इस पूरे घटनाक्रम को समाज का घोर अपमान बताया। जिस पर समाज के प्रबुद्वजनों ने प्रशासन से मिलकर एक ज्ञापन सौपा था। सोशल मीडिया पर अभ्रदता करने वालो के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए प्रशासन ने आश्वासन दिया है। कांवड मेले के बाद समाज के विशिष्टजनों का प्रतिनिधि मंडल प्रशासन से मिलकर कार्यवाही की जानकारी लेगा। जिसके अनुसार आगे की रणनीति तय की जायेगी। क्षत्रिय जागृति मंच शिवालिक नगर के अध्यक्ष केपी सिंह चौहान ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलने की भी बात कही। विमर्श मे सोशल मीडिया से जुडे सभी युवाओं का आहवान किया गया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट डालने तथा गलत बयानबाजी से समाज की छवि को धूमिल न करे। असमाजिक तत्वों पर कानून अपना काम कर रहा है। धैर्य एवं शालीनता से बडी से बडी जंग लडी जा सकती है। बैठक मे अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश महामंत्री डा.शिवकुमार चौहान, हरिद्वार युवा इकाई के जिलाध्यक्ष शेखर सिंह राणा,महामंत्री सुशील पुंडीर,कोषाध्यक्ष सुमित चौहान,राकेश कुमार चौहान,हिमांशु चौहान, मोहित चौहान, नरेन्द्र सिंह चौहान,एडवोकेट तरसेम सिंह चौहान,उत्तम सिंह चौहान,राजकुमार चौहान एडवोकेट,मास्टर जयपाल सिंह चौहान,भारत भूषण चौहान,प्रेम सिंह राणा,योगेन्द्रपाल सिंह राठौर,मदनपाल सिंह,हदयेश तोमर,अंकित चौहान, राकेश चौहान,तनुज शेखावत आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेन्द्र सिंह चौहान तथा संचालन केपी सिंह चौहान ने किया।