आर्य समाज ने किया उपनयन संस्कार का आयोजन


 हरिद्वार। आर्य समाज रोहालकी किशनपुर में साप्ताहिक सत्संग के दौरान आर्य समाज में नए ब्रह्मचारियों का पंडित सुमित्र आर्य अंगिरस के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ ’उपनयन संस्कार’ सम्पन्न हुआ। इस दौरान आर्य युवाओं को जनेऊ की महत्ता से अवगत कराते हुए पंडित सुमित्र आर्य अंगिरस ने कहा कि जनेऊ सनातन धर्म का प्रतीक हैं। जनेऊ के तीन धागे  प्रत्येक मनुष्य के ऊपर तीन ऋणों देव ऋण, पितृ ऋण एवं ऋषि ऋण के प्रतीक है। इसके महत्व को समझकर इन ऋणों से उऋण होने का प्रयास निरन्तरता के साथ करें। इस दौरान आर्य समाज रोहालकी के प्रधान अजय मुखिया, महिला आर्य समाज की प्रधान शिक्षा आर्या, बलदेव आर्य, धीरेंद्र आर्य, दिनेश आर्य, मास्टर इंद्राज, ईश्वर दयाल आर्य, भोपाल गिरी, हिमांशु आर्य, अर्जुन आर्य, विक्रांत शर्मा, गायत्री आर्या, सुरेशना आर्या, रानी आर्या, सुनीता आर्या आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।