वाल्मीकि समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित

 हरिद्वार। वाल्मीकि समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों की एक बैठक अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस रजि. राष्ट्रीय स्वतंत्र ट्रेड यूनियन के नगर निगम स्थित कार्यालय पर आहूत की गई। बैठक को संबोधित करते हुए समाज के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र श्रमिक ने कहा की वर्तमान में दिल्ली में बैठी भारतीय जनता पार्टी की सरकार लगातार अनुसूचित जाति लोगों को अपमानित एवं शोषण करने का कार्य किया जा रहा है, चाहे वह हमारी बहन-बेटियां हो हमारे हक अधिकारों की बात हो हमारे समाज का कोई भी व्यक्ति चाहे कितने ही उच्च पद पर आसीन हो उनको बार-बार अपमानित करने का कार्य किया जा रहा है। अभी हाल ही में भारत सरकार द्वारा नवनिर्मित संसद भवन के शिलान्यास में भारत के पूर्व राष्ट्रपति जो कि देश के सर्वाेच्च राष्ट्रपति पद आसीन थे इसके बावजूद भी महामहिम रामनाथ कोविंद को संसद भवन के शिलान्यास में ना बुलाकर अपमानित करने का काम किया और अब वर्तमान में अनुसूचित जाति से संबंधित महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को भी नवनिर्मित संसद भवन के उद्घाटन में ना बुलाकर अपमानित किया गया है यह राष्ट्रपति का अपमान नहीं पूरे अनुसूचित जाति समाज साथ-साथ पूरे भारत एवं भारत की मातृशक्ति का अपमान किया गया है जिसकी अनुसूचित जाति वाल्मीकि समाज घोर निंदा करता हैं। बैठक को वरिष्ठ नेता चौधरी सुरेंद्र तेश्वर ने संबोधित करते हुए कहा की देश की ऐतिहासिक धरोहर के रूप में विश्व विख्यात भारत के संसद भवन की चर्चा पूरी दुनिया में की जाती है इतनी खूबसूरत संसद भवन के बावजूद भी देश की भोली-भाली जनता का पैसे को नाजायज तरीके से खर्च किया जा रहा है। करोड़ों-करोड़ों रुपए की लागत से नवीन संसद भवन को ना बनाकर देश की बढ़ती हुई जनसंख्या को देखते हुए कई बड़े हॉस्पिटल बना दिए जाते जिसमें असहाय गरीब तबके के लोगों का इलाज हो पाता। आज इलाज के अभाव में लाखों लोग बीमारी के कारण मर जाते हैं और देश की मृत्यु दर दिन पर दिन बढ़ती जा रही है जो पैसा देश की जनता से टैक्स के रूप में वसूला जाता है उस पैसे से बजाय संसद भवन बनाने के बड़े हॉस्पिटल एवं स्कूल खोलने चाहिए थे जो नहीं किया गया इसका हिसाब देश की जनता आने वाले समय में जरूर लेगी। बैठक में आत्माराम बेनीवाल,प्रवीण तेश्वर, नानक चंद,संजय पैवल, जितेंद्र तेश्वर आदि मौजूद रहे।