प्रथम पर्यटन पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन

 श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के सामने आपका व्यवहार आतिथ्य वाला हो- अरुणा भारती, 


हरिद्वार। सशस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र हरिद्वार में संचालित हो रहे ‘‘पर्यटन पुलिस प्रशिक्षण’’ का हो गया। 08.मई से आरम्भ हुये इस 05 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मे उत्तराखण्ड के समस्त जनपदों एंव जी0आर0पी0 शाखा सहित कुल 14 पुलिसकर्मियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कार्मिकों को पर्यटन से जुड़े विभिन्न विषयों जैसेःउत्तराखण्ड पर्यटन परिचय एवं जानकारी, चार धाम यात्रा,साहसिक पर्यटन,आपदा प्रबन्धन,साफ्ट स्किल, इको टूरिज्म,कम्यूनिकेशन स्किल,सी0पी0आर0,बी0एस0एस0, एफ0बी0ए0ओ0, विभिन्न प्रकार की चोटें एवं उनसे सम्बन्धित कार्यवाही,घायल एवं बीमार व्यक्ति की लिफ्टिंग एण्ड मूविंग, वर्तमान यातायात व्यवस्था का परिचय,चारधाम यात्रा के मुख्य मार्ग,पर्यटक स्थल,जाम की स्थिति में डायवर्जन प्लान की जानकारी एवं डायवर्जन लागू करने के सही तरीके,वन-वे प्लान लागू करने की आवश्यकता एवं तरीका,सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण टिप्स,यातायात उपकरणों की जानकारी,यातायात एवं अन्य सूचनाओं के पर्यटकों तक समय से पंहुचाने में सोशल मीडिया का महत्व एवं उपयोग के तरीकों की जानकारी दी गयी। इसके अलावा ‘‘साफ्ट स्किल’’विषय के अर्न्तगत प्रशिक्षणरत कार्मिकों को उत्तराखण्ड पधारने वाले पर्यटकों,श्रृद्धालुओं के साथ मधुर,मित्रवत एवं सहयोगी व्यवहार करने, उनकी यथासंभव सहायता करने,उन्हें सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने सम्बन्धित व्याख्यान दिये गये। साथ ही साथ अपने ड्यूटी स्थल के आस-पास मौजूद रेलवे स्टेशन,बस स्टेशन,अस्पताल, थाना-चौकी, प्रमुख पर्यटक स्थल,धार्मिक महत्व के स्थल,यात्रा मार्गों की जानकारी, सभी महत्वपूर्ण फोन नम्बरों की जानकारी रखने, होटल,धर्मशालाओं,रेस्टोरेन्ट की जानकारी एवं जनपद के सभी महत्वपूर्ण अधिकारियों के फोन नम्बरों की जानकारी के विषय में जानकारी रखने विषय के बारे में बताया गया। शारीरिक फिटनेस बनाये रखने के लिये प्रतिभागियों को प्रातः काल के सत्र में पी0टी0,योग,तनाव प्रबन्धन हेतु ध्यान आदि का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को सशस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र के प्रशिक्षकों के अलावा विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ अतिथि वक्ताओं द्वारा भी व्याख्यान दिये गये,जिसमें देव संस्कृति विश्वविद्यालय के पर्यटन शंकाय से डा0 अरूणेश पाराशर,डॉ0 उमाकान्त इन्दोलिया,डॉ0 आशीष कुमार,जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश यादव, सेवानिवृत पुलिस निरीक्षक महेश चन्द,एस0डी0आर0एफ0 से हेड कान्सटेबल दिगपाल एवं टीम तथा सिटी पेट्रोलिंग यूनिट हरिद्वार से उ0नि0 मनोहर लिंगवाल आदि सम्मिलित रहे। समापन अवसर पर संस्थान की उपप्रधानाचार्या सुश्री अरूणा भारती ने कहा कि चार धाम यात्रा सीजन के दौरान आपकी भूमिका व्यवस्था बनाने वाले एक सामान्य से पुलिसकर्मी की नही बल्कि देश-विदेश में उत्तराखण्ड राज्य एवं उत्तराखण्ड पुलिस की छवि को गौरवमयी, आतिथ्य सत्कार युक्त एवं मित्रवत बनाने वाले प्रतिनिधि की भी रहेगी। आप सभी प्रतिभागियों की नियुक्ति यहाँ से जाने के बाद चार धाम यात्रा के विभिन्न स्थलों पर होगी, जहाँ आपका आमना-सामना चार धाम यात्रा पर आये श्रृद्धालुओं, घुमने आये पर्यटकों आदि से होगा। बाहरी राज्यों से आये इन श्रृद्धालुओं एवं पर्यटकों के सामने आप आप देवभूमि उत्तराखण्ड की गौरवमयी संस्कृति, यहां के लोगों के आचार, विचार, व्यवहार एवं उत्तराखण्ड की अतिथि सत्कार की परम्परा के प्रतिनिधि एवं संवाहक के तौर उपस्थित रहेगें। श्रृद्धालु एवं पर्यटक की मुलाकात हो,हमारे उत्तराखण्ड की आतिथ्य सत्कार युक्त तथा मिलनसार संस्कृति की झलक महसूस करें साथ ही साथ उत्तराखण्ड पुलिस की मित्रतापूर्ण एवं सहयोगी छवि को भी अपने मन में बसा कर साथ ले जाये। समापन समारोह के दौरान प्रभारी अन्तः कक्ष निरीक्षक संजय चौहान,निरीक्षक प्रीतम सिंह,प्रतिसार निरीक्षक नरेश जखमोला,एच0डी0आई0 संदीप नेगी सशस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र,उ0नि0 प्रेम प्रकाश भट्ट,उ0नि0 राजेन्द्र लखेड़ा आदि उपस्थित रहे।