हरिद्वार। जगजीतपुर स्थित शिवडेल स्कूल में श्रमिक दिवस धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। शिवडेल स्कूल के चेयरमैन स्वामी शरदपुरी महाराज ने श्रमिक दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रमिकों के निरंतर परिश्रम की बदौलत ही देश को विकसित करने में निर्णायक भूमिका श्रमिक निभाते हैं। राष्ट्र निर्माण में श्रमिकों के अमूल्य योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के हितों में सरकार बेहतर प्रयास कर रही है। श्रमिकों का शोषण ना हो, इसके लिए भी सरकार कई तरह के कानूनों का पालन कराती है। उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा के अलावा श्रमिकों के योगदान की भी चर्चा बच्चों के साथ साझा करनी चाहिए। इस दौरान स्कूली बच्चों ने विभिन्न वर्गो के श्रमिकों की पोशाक पहनकर अपनी प्रस्तुति दी। बच्चों ने चिकित्सक, नर्स, मजदूर एवं श्रमिकों के द्वारा राष्ट्र निर्माण में किए जा रहे अमूल्य योगदान को अपनी प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। प्रधानाचार्य पुनीत श्रीवास्तव ने कहा कि श्रमिकों के निरंतर परिश्रम से ही समाज को गति मिलती है। श्रमिकों के हितों में काम करने की आवश्यकता है। प्रत्येक वर्ग को श्रमिकों के जीवन से सीख लेनी चाहिए। इस अवसर पर मीनाक्षी मेहता एवं अन्य अध्यापकों ने अपने विचार रखे।
शिवडेल स्कूल में धूमधाम से मनाया गया श्रमिक दिवस
हरिद्वार। जगजीतपुर स्थित शिवडेल स्कूल में श्रमिक दिवस धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। शिवडेल स्कूल के चेयरमैन स्वामी शरदपुरी महाराज ने श्रमिक दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रमिकों के निरंतर परिश्रम की बदौलत ही देश को विकसित करने में निर्णायक भूमिका श्रमिक निभाते हैं। राष्ट्र निर्माण में श्रमिकों के अमूल्य योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के हितों में सरकार बेहतर प्रयास कर रही है। श्रमिकों का शोषण ना हो, इसके लिए भी सरकार कई तरह के कानूनों का पालन कराती है। उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा के अलावा श्रमिकों के योगदान की भी चर्चा बच्चों के साथ साझा करनी चाहिए। इस दौरान स्कूली बच्चों ने विभिन्न वर्गो के श्रमिकों की पोशाक पहनकर अपनी प्रस्तुति दी। बच्चों ने चिकित्सक, नर्स, मजदूर एवं श्रमिकों के द्वारा राष्ट्र निर्माण में किए जा रहे अमूल्य योगदान को अपनी प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। प्रधानाचार्य पुनीत श्रीवास्तव ने कहा कि श्रमिकों के निरंतर परिश्रम से ही समाज को गति मिलती है। श्रमिकों के हितों में काम करने की आवश्यकता है। प्रत्येक वर्ग को श्रमिकों के जीवन से सीख लेनी चाहिए। इस अवसर पर मीनाक्षी मेहता एवं अन्य अध्यापकों ने अपने विचार रखे।