हर्षोल्लास के साथ मनाया गया श्री स्वामी नारायण आश्रम का पाटोत्सव

मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में सकुशल संपन्न होगी चारधाम यात्रा-स्वामी हरिवल्लभ दास 


 हरिद्वार। भूपतवाला स्थित श्री स्वामी नारायण आश्रम का 20वां पाटोत्सव सभी तेरह अखाड़ों के सानिध्य में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी हरिवल्लभ दास शास्त्री महाराज की अध्यक्षता एवं संचालक स्वामी आनंद स्वरूप शास्त्री महाराज के संयोजन में आयोजित दो दिवसीय पाटोत्सव के समापन संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान संत समाज ने चारधाम यात्रा शुरू होने पर भगवान बद्री विशाल का विशेष पूजन कर श्रद्धालु भक्तों की मंगलमय यात्रा की कामना की और भारतीय जनता पार्टी से हरिद्वार लोकसभा सीट से किसी संत को प्रत्याशी बनाने की मांग की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी हरिवल्लभ दास शास्त्री महाराज ने चारधाम यात्रा शुरू होने पर श्रद्धालु भक्तों को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में यात्रा सकुशल संपन्न होगी। उन्होंने हरिद्वार संसदीय सीट से किसी संत को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग करते हुए कहा कि धर्म, अध्यात्म और संतों की नगरी से किसी संत को ही लोकसभा में हरिद्वार का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलना चाहिए। महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज व बाबा हठयोगी ने कहा कि चारधाम यात्रा सफल होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार ने चारधाम यात्रा को सफल बनाने और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए सभी इंतजाम किए गए है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार के आध्यात्मिक स्वरूप को बनाए रखने के लिए लोकसभा चुनाव में हरिद्वार सीट से संत को प्रत्याशी बनाया जाए। महंत निर्मलदास महाराज और महंत धर्मदास महाराज ने कहा कि गौ रक्षा,गंगा रक्षा और हरिद्वार की मान मर्यादा को ध्यान में रखते हुए प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी को किसी योग्य संत को भाजपा प्रत्याशी घोषित करना चाहिए। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद,महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद,महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद,श्रीमहंत देवानंद सरस्वती,महामंडलेश्वर स्वामी चिदविलासानंद,स्वामी ऋषि रामकृष्ण,स्वामी कृष्णदेव,स्वामी अनन्तानन्द,महंत गोविंददास,महंत शिवानन्द,महंत गंगादास उदासीन, महंत प्रेम गिरी,महंत मोहन सिंह,स्वामी ऋषिश्वरानंद,बाबा हठयोगी,महंत श्याम प्रकाश,महंत विनोद महाराज सहित बड़ी संख्या में संत महंत उपस्थित रहे। मुख्य यजमान मधुभाई खोड़ा भाई गोणडलिया,दिनेश भाई,हिम्मत भाई, चंदू भाई, प्रफुल्ल भाई ने सभी संत महापुरूषों का स्वागत किया।