‘गुमशुदा पिता को रेडक्रास सचिव डा.नरेश चौधरी एवं कोतवाली प्रभारी ने ढूंढ निकाला

 हरिद्वार। गुरुग्राम, हरियाणा के 75 वर्षीय बुजर्ग वी.के.पूरी 21अप्रैल को घर वालो को सूचना दिये बगैर हरिद्वार आ गये। वी.के.पुरी की बेटी डा.मुक्ता तिवारी जयपुर राजस्थान में वरिष्ठ चिकित्सक है। जब डा० मुक्ता ने अपने पिता को फोन किया,फोन लगातार बन्द चल रहा था, परन्तु बेटी मुक्ता लगातार फोन मिलाने की कोशिश करती रही जैसे 21अप्रैल को लगभग 4.00 बजे मोबाईल फोन पर एक बार घण्टी गयी तो पिता वी.के.पुरी की लोकेशन हरिद्वार हरकी पैडी क्षेत्र पता चली। तुरंत ही डा.मुक्ता ने अपने परिचित डा.वी.पी.सिंह नोयडा से सम्पर्क किया, तब डा०वी०पी० सिंह ने ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय शरीर रचना विभागाध्यक्ष रेडक्रॉस सचिव डा.नरेश चौधरी का मोबाईल नम्बर डॉ० मुक्ता को दिया। तुरंत ही डा.मुक्ता ने जयपुर से हरिद्वार चलते हुए डॉ.नरेश चौधरी से सहयोग के लिए अनुरोध किया। डा० नरेश चौधरी ने अपनी प्रकृति के अनुरूप ही डा. मुक्ता को ढाढस बंधाते हुए कहा कि आप हरिद्वार पहुंचे, मैं आपको उत्तराखण्ड पुलिस, विशेषकर हरिद्वार पुलिस से पूर्ण सहयोग कराऊँगा। रात्रि लगभग 9.30च्ड पर डा. मुक्ता अपने परिवार कि सहयोग के साथ हरिद्वार पहुंची,तुरन्त ही डा.नरेश चौधरी हरिद्वार कोतवाली प्रभारी इंसपेक्टर भावना कैंथुला से मिलवाकर सी.सी.आर,हरकी पौड़ी से खोजबीन करना प्रारंभ किया। 22अप्रैल को सुबह 6ः30बजे वी.के.पूरी हरकी पैड़ी पर मिल गए। डॉ. मुक्ता तिवारी एवम उनके परिवार ने डॉ.नरेश चौधरी इंस्पेक्टर भावना कैंथूला एवम् सभी हरिद्वार पुलिस के सभी सहियोगियो का कंठ युक्त प्रशंसा की। विशेष कर डा.नरेश चौधरी हमारे परिवार के लिए देवदूत के रूप मिले जिनके लिए मैं और मेरा परिवार हमेशा दुवाये देगा और उनके सहयोग का ऋणी रहेगा।