ब्रह्मलीन अखंडानंद जी महाराज जगत को सत्य का बोध कराने वाले संत थे

 


हरिद्वार। श्री नर्सरी कांगड़ी में ब्रह्मलीन स्वामी अखंडानंद जी महाराज के उत्तराधिकारी के तौर पर स्वामी अंशुल जी चादर विधि संपन्न की गई। इस अवसर पर बोलते हुए महामंडलेश्वर 1008 श्री प्रबोधानंद महाराज ने कहा स्वामी अखंडानंद जी महाराज समाज को कल्याण का मार्ग दिखाने वाले तपस्वी संत थे। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर संजय गिरी जी महाराज ने कहा अपने सत्संग रूपी गंगा के बहाव से ब्रह्मलीन अखंडानंद जी महाराज भक्तों को पाप मुक्ति तथा जगत को सत्य का बोध कराने वाले एक महान संत थे। स्वामी राघवानंद जी महाराज ने कहा महाराज जी अपने विचारों की उर्जा से मनुष्य को आत्ममंथन का सुखद अनुभव कराने वाले एक तपस्वी संत थे। स्वामी अरुण दास ने कहा समाज में रहते हुए आत्मचिंतन में सदैव खोए रहने वाले परम विभूति थे पूज्य अखंडानंद जी महाराज, संचालन कर रहे श्री महंत शुभम गिरी ने कहा समय-समय पर सभी का मार्गदर्शन कर सत्य का मार्ग दिखाने वाले एक ज्ञानमूर्ति संत थे स्वामी अखंडानंद जी महाराज। एसएमजेएन डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रदीप बत्रा ने कहा एक मधुर भाषी ज्ञान का प्रवाह संचित करने वाली महान विभूति थे स्वामी अखंडानंद जी महाराज। साध्वी मुक्ता मां ने कहा आत्मचिंतन आत्मज्योति की ओर ले जाने वाले दुर्लभ ज्ञानमूर्ति संत थे स्वामी अखंडानंद जी महाराज ने समाज को सत्य का पथ दिखाया। समाज का मार्गदर्शन कर उन्हें कल्याण का मार्ग दिखाया। महंत कमलेशानंद जी महाराज ने कहा ज्ञान के माध्यम से सभी का मार्गदर्शन करने वाले एक विद्वान संत थे। इस दौरान लव दत्ता मनोजानंद, वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण ,श्री श्याम गिरी, दिनेश चंद शर्मा,महंत यदुवंश विनोद गिरी जी,अनुज गिरी,दिगंबर आशुतोष पुरी,परवीन सहित भारी संख्या में संत व भक्तगण उपस्थित थे।ं