रसोई गैस दाम बढ़ाए जाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूंका केंद्र सरकार का पुतला

 


हरिद्वार। रसोई गैस के दाम बढ़ाए जाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ग्रामीण कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी के नेतृत्व में चंद्राचार्य चौक पर प्रदर्शन कर केंद्र सरकार का पुतला फूंका। इस दौरान राजीव चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं लगा पा रही है। रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी से आम जनजीवन हताशा निराशा का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठी सरकार अपने वादों पर खरा नहीं उतर रही है। गृहणियां परेशान हैं। खाद्य पदार्थो में बेहताशा वृद्धि के कारण के गरीब असहाय निर्धन परिवारों का गुजर बसर करना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि गैस के बढ़े दामों को कम किया जाए, वरना चरणबद्ध तरीके से सरकार के खिलाफ आंदोलन चलाया जाएगा। यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैश खुराना एवं हरिद्वार विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष तुषार कपिल ने कहा कि मोदी सरकार महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं कर पा रही है। जमाखोरी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। निर्धन परिवार अपने परिवारों का पालन भी महंगाई के चलते नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गैस के दाम घटाए जाएं। जिससे आम लोगों को राहत मिल सके। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुरली मनोहर व पूर्व पार्षद अमन गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई पर किसी भी प्रकार की कोई रोक नहीं पा रही है। रसोई गैस के दाम बढ़ाकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गो को परेशान किया जा रहा है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विपिन पेवल, गौरव चौहान, हरद्वारी लाल ने कहा कि खाद्य पदार्थो के साथ साथ गैस के दामों में बढ़ोतरी करना न्याय संगत नहीं है। केंद्र सरकार को गैस के बढ़े दामों को तुरंत वापस लेना चाहिए। पेट्रोल डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। आम नागरिक परेशान है। महंगाई पर किसी भी प्रकार का कोई अंकुश नहीं लगना सरकार की लचर कार्यप्रणाली को दर्शाता है। प्रदर्शन करने वालों में दीपक चौहान, ब्रजमोहन बड़थ्वाल, ठाकुर रतन सिंह, समर्थ अग्रवाल, नरेंद्र उपाध्याय, हरद्वारी लाल, शुभम जोशी, नितिन सौदाई,रवि ठाकुर,विकास चंद्रा,दिनेश नेगी, चिरंजीवी, शिवा, आकाश, विपिन पेवल, सोनू लाल, रियाजुल अली, आखिल त्यागी, अब्बासी अली, आजाद त्यागी, इमरान, आदिल, रियाज,, जावेद, गुलफाम आदि सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।