गुरू की सेवा और आदर करने वाले का मनोरथ होता है पूर्ण-स्वामी कमलानंद गिरि


हरिद्वार। कल्याण कमल आश्रम मुखिया गली भूपतवाला में श्रीमद् भागवत कथा के समापन के अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी कमलानंद गिरि जी ने कहा जो भक्त सच्चे मन से गुरु की सेवा करता है,बड़ों का आदर करता है, धर्म-कर्म में विश्वास रखता है। उसके सभी मनोरथ भगवान हरि स्वतः ही पूर्ण कर देते हैं। परम पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन 1008 स्वामी कल्याणानंद जी महाराज की 9वी पुण्यतिथि के अवसर पर विशाल संत समागम तथा भंडारे का आयोजन हुआ। महामंडलेश्वर स्वामी कमलानंद गिरि जी ने कहा पूज्य गुरुदेव त्याग तपस्या तथा ज्ञान के एक विशाल सूर्य थे उनके ज्ञान रूपी सरोवर में हम सब भक्तजन स्नान कर अपने आपको धन्य करते थे। अपने पूज्य गुरुदेव की आज्ञा से उनके बताए पद चिन्हों पर चलते हुए धर्म की ध्वजा फहराते हुए सनातन धर्म की परंपरा को निरंतर आगे बढ़ा रहे हैं। पूज्य वंदनीय गुरुदेव स्वामी कल्याणानंद जी ने सनातन धर्म की परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए विश्व भर में धर्म की ध्वजा लहराई,ऐसे परम पूज्य गुरुदेव के श्री चरणों में हम बारंबार शत शत नमन करते हैं शत शत वंदना करते हैं उन्हें कोटि-कोटि प्रणाम करते हैं। इस अवसर पर महामंडलेश्वर कमलपुरी जी महाराज, महामंडलेश्वर प्रेम आनंद गिरि जी,महामंडलेश्वर श्री आनंद चेतन जी महाराज, महामंडलेश्वर राजेश्वरानंद जी महाराज,महामंडलेश्वर सुमन भारती जी महाराज, महामंडलेश्वर पूज्य रविदेव शास्त्री जी महाराज, महंतहरि भक्त, वरिष्ठ कोतवाल श्री कालीचरण,श्री श्याम गिरी जी,श्री हरि भरत शास्त्री सहित हजारों संत भक्तगण उपस्थित थे।