हरिद्वार। जेईएई पेपर लीक कांड में फरार चल रहे पचास हजार के इनामी अनुराग पांडे सहित तीन आरोपियों को एसआईटी ने आज गिरफ्तार कर लिया। इनामी के बैंक खाते में जमा करीब 13 लाख 41हजार की रकम भी फ्रीज कर दी गई है। वहीं अन्य आरोपियों के कब्जे से तीन लाख की नकदी बरामद हुई है। इन दोनों ने जेईई की परीक्षा भी दी थी। इस मामले में अब तक कुल मिलाकर 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस मामले में गुरुवार को एसएसपी अजय सिंह ने रानीपुर कोतवाली में परिसर में प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि जेईएई पेपर लीक कांड में मास्टरमाइंड निलंबित अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी के भांजे अनुराग पांडे निवासी ग्राम सरैया बलिया उत्तर प्रदेश की गिरफ्तारी पर पचास हजार का इनाम घोषित किया गया था। एसआईटी की टीम आरोपी की तलाश में जुटी थी, टीम ने इनामी अनुराग पांडे के साथी विष्णु बेनीवाल निवासी मंडावली मंगलौर और अवनीश उर्फ अश्विनी निवासी नारसन खुर्द मंगलौर को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों ने मंगलौर के गांव दलहेरी में किराए के मकान में अभ्यर्थियों को एकत्रित कर पेपर उपलब्ध कराते हुए मोटी रकम ली थी। एसएसपी के अनुसार अनुराग पांडे के बैंक खाते में लगभग 13लाख से अधिक की रकम फ्रिज की गई है। इस रकम को अनुराग ने अपने और अपनी बहन प्रियदर्शनी के नाम बैंक में एफडी और कैश जमा कराया था। वही विशु के कब्जे से एक लाख और अवनीश के कब्जे से 200000 की नकदी बरामद हुई है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए कुल आरोपियों की संख्या अब 9 हो गई है। अनुराग पांडे उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी रहे संजीव चतुर्वेदी का भांजा है। पुलिस ने उसे बलिया से गिरफ्तार किया है। वहीं पूर्व भाजपा नेता संजय धारीवाल समेत दो इनामी आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। वही इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त राजपाल को रिमांड में लिया गया था जिसके द्वारा इन्ही अवैध धनराशि से लक्सर स्थित ज्वेलर्स से लगभग 3 लाख 60 हजार की ज्वैलरी खरीदी थी। जीएसटी से बचने के लिए ज्वेलर्स ने अभियुक्त राजपाल को कच्चा बिल दिया गया था। ज्वेलर्स के विरुद्ध कच्चा बिल देकर जीएसटी चोरी करने के संबद्ध में संबंधित को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी। वार्ता के दौरान एसआईटी प्रभारी एवं एसपी क्राइम रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।