हरिद्वार। श्री देवपुरा आश्रम ट्रस्ट में ब्रह्मलीन महंत दर्शन सिंह त्याग मूर्ति महाराज की तीसरी पुण्य तिथि पर संत समाज ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान स्वामी देवा सिंह महाराज,प्रेमसिंह महाराज,गुरूचरण सिंह महाराज,मोहन सिंह महाराज,महंत किशन सिंह,महंत लाल सिंह,संत मनमोहन सिंह,संत प्रधान सिंह,संत मनमोहन सिंह,संत प्रधान सिंह आदि गुरूजनों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। आश्रम के महंत गुरमीत सिंह महाराज के सानिध्य में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत दर्शन सिंह त्याग मूर्ति अपने नाम के रूप ही त्याग और तपस्या की साक्षात प्रतिमूर्ति थे। उनका पूरा जीवन सनातन धर्म संस्कृति को अनुरूप रहा। सभी को उनके आदर्शपूर्ण जीवन से प्रेरणा लेते हुए मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए। महंत प्यारा सिंह महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत दर्शन सिंह महाराज महान संत थे। उससे युवा संतों को प्रेरणा लेनी चाहिए। महंत गुरमीत सिंह महाराज ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पूज्य गुरूदेव ब्रह्मलीन महंत दर्शन सिंह महाराज विलक्षण संत थे। गुरूदेव की कृपा व आशीर्वाद से ही वे उनके द्वारा स्थापित सेवा प्रकल्पों को आगे बढ़ाते हुए मानव कल्याण में योगदान कर रहे हैं। महंत रघुवीर दास एवं महंत बिहारी शरण ने कहा कि योग्य गुरू को ही सुयोग्य शिष्य की प्राप्ति होती है। महंत गुरमीत सिंह योग्य शिष्य के रूप में अपने गुरूदेव ब्रह्मलीन महंत दर्शन सिंह महाराज की सेवा परंपरा को जिस प्रकार आगे बढ़ा रहे हैं। वह प्रशंसनीय है। इस अवसर पर पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी,स्वामी ऋषि रामकृष्ण,बाबा बलराम दास हठयोगी,स्वामी हरिहरानंद,महंत दुर्गादास,स्वामी चिदविलासानंद,स्वामी ललितानंद गिरी,महंत बालगिरी,स्वामी हरिहरानंद,महंत प्रह्लाद दास,महंत बिहारी शरण,महंत दिनेश दास,महंत गोविंद दास,महंत अंकित शरण,स्वामी ऋषिश्वरानन्द,स्वामी आनन्द,स्वामी ज्ञानानन्द शास्त्री,स्वामी सत्यव्रतानन्द,महंत निर्मलदास,स्वामी शिवानन्द,महंत रामानंद सरस्वती,महंत देवानंद,स्वामी राजेंद्रानंद,स्वामी कृष्णानंद, महंत रंजय सिंह, सरदार गुरमीत सिंह, सरदार रमणीक सिंह सहित बड़ी संख्या में संतों व श्रद्धालुओं ने ब्रह्मलीन महंत दर्शन सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए।