निर्यात को बढ़ावा कैसे दिया जाये,सिडकुल में कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोगाम का आयोजन

 


हरिद्वारं। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री भारत सरकार, विदेश व्यापार महानिदेशालय, उत्तराखंड सरकार, फिओ एवं सिडकुल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का आयोजन बुधवार को सिडकुल हरिद्वार में किया गया। कार्यक्रम उत्तराखंड राज्य के सभी जनपदों में निर्यात संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए एक कैपेसिटी बिल्डिंग डेवलपमेंट डिस्टिक एक्सपोर्ट हब के अंतर्गत उत्तराखंड राज्य में निर्यात से जुड़ी सभी स्कीम्स और निर्यात को लेकर निर्यातकों को आने वाली समस्याओं के समाधान तथा जो औद्योगिक इकाई भविष्य में अपने उत्पादों को लेकर निर्यात के क्षेत्र में कार्य करना चाहती हैं। उनसे जुड़ी सभी जानकारियों को एक ही मंच पर उद्योगों को अवगत कराने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अनुपम द्रिवेदी उप  निदेशक उद्योग, उद्योग निदेशालय द्वारा बताया गया कि भारत सरकार वाणिज्य मंत्रालय द्वारा देश के 75 जिलों में जनपद एक निर्यात हब योजना चलाई है। इस योजना में देहरादून और हरिद्वार को चयनित किया गया है। इन जनपदों से निर्यात को कैसे बढ़ावा दिया जाए, इस कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि जनपद में एग्री एक्सपोर्ट और मैंने सेक्टर एक्सपोर्ट है। जिसमें फार्मास्युटिकल, केमिकल्स, पेट्रोल केमिकल्स एक्सपोर्ट शामिल है। उन्होंने कहा कि इसमें ऑर्गेनिक खाद्यान्न मटेरियल को कैसे निर्यात किया जा सकता है। उस पर विचार विमर्श किया गया है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर प्रयास किया जा रहा है कि जनपद से निर्यात को कैसे बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उत्पादन की विश्वसनीयता राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान बने इसके साथ-साथ क्लस्टर की स्थापना की जा रही है। जिसमें एमएसएमई इकाइयों की लागत में कमी कैसे आए, उस पर भी विचार किया जा रहा है। क्योंकि सरकार के माध्यम से सामान्य सुविधा केंद्र की स्थापना की संभावनाएं देखी जा रही है। इसके साथ-साथ राज्य सरकार ने निर्यात नीति बनाई है। जिसमें विशेष प्रावधान किए गए। निर्यात करने वाली इकाइयां है। उनकी लागत को कैसे कम किया जा सके। कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रत्येक जनपद में निर्यात को बढ़ावाा देने के लिए विभिन्न स्कीमों का निर्माण किया गया हैैै। उन्होंने निर्यातकों तथा अन्य उद्योगों से आग्रह किया कि सरकार की इन सुविधाओं का लाभ उठाते हुए निर्यात की ओर कदम बढ़ाएं। रीजनल हेड फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन मनीष शर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में उद्योगों को निर्यात से जुड़ी केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का किस प्रकार लाभ लिया जा सकता है। तथा उद्योग को निर्यात में लेकर आ गई, समस्याओं के माध्यम से फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन किस प्रकार उद्योगों का सहयोग कर सकती है। असिस्टेंट जनरल मैनेजर ईसीजीसी संजीव कुमार शाहू ने निर्यातकों को ईसीजीसी के माध्यम से दी जाने वाली निर्यात की सुविधाओं के विषय में जानकारी दी। डिप्टी डायरेक्टर फेडरेशन ऑफ एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन सुनीता ततवाल ने बताया कि फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन निर्यात से जुड़ी सभी समस्याएं जैसे उत्पादों के लिए किस प्रकार विदेश में मार्केट उपलब्ध कराया जा सकता है। उससे जुड़े सभी दस्तावेजों को किस तरह तैयार किया जा सकता है। इनके संबंध में सभी जानकारी के लिए फेडरेशन ऑफ एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन उधमियों के साथ खड़ी है। कार्यक्रम के अंत मे अजय जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, हरिद्वार ग्रामीण, एस एम् ए यु द्वारा प्रश्न उत्तर सत्र आयोजित किया गया। डॉ हरेंद्र गर्ग अध्यक्ष एसएम्एयु द्वारा सरकार उत्तराखंड राज्य के सभी जनपदों में निर्यात संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए किये जा रहे प्रयासों कि सरहाना कि व् साथ ही सभी जनपदों में व् औद्योगिक क्षेत्रों में इस प्रकार के कार्यक्रम किये जाने का प्रस्ताव रखा। इस दौरान सिडकुल मैनुफक्चरर्स एसोसिएशन उत्तराखंड से जगदीश लाल पाहवा, आरसी जैन,राज कुमार सुनेजा,डॉ मोहिंदर आहूजा, नितिन जैन,पंकज चौहान अमित जालान,प्रेम कुमार,हितेश वर्मा,सीआईआई चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गर्ग,पंकज व् संजय-सिपेट देहरादून से बहादराबाद इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष सुनील पांडे,महासचिव सुखदेव विरदी,अरविन्द गुप्ता रुड़की स्मॉल स्केल इंडस्ट्री एसोसिएशन से केतन भारद्वाज, लघु उद्योग भारती अध्यक्ष अमित त्यागी,प्रदेश प्रचार प्रमुख रोहित भाटिया, भगवानपुर इंडस्ट्री एसोसिएशन संयुक्त सचिव शिवम गोयल,प्रवीण गर्ग सेवा से अध्यक्ष हिमेश कपूर अनुज चौहान आदि उद्योगपति मौजूद रहे।