क्षत्रिय महासभा ने किया वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सम्मानित

 


हरिद्वार। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, उत्तराखंड के एक शिष्टमंडल ने सोमवार को रोशनाबाद स्थित जनपद पुलिस मुख्यालय मे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह से मुलाकात कर जनपद मे अपराध नियंत्रण पर रोक लगाने के लिए किये जा रहे प्रयासों पर खुशी जाहिर की। शिष्ट मंडल की अगुवाई कर रहे प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर यशपाल सिंह राणा ने कहा कि अपराध का कोई धर्म या मजहब नही होता है। लेकिन अपराध किसी भी स्तर पर सहन नहीं होना चाहिये। इसके लिए सामाजिक संगठन एवं संस्थाओं को पुलिस प्रशासन के सहयोग के लिए आगे आना पडेगा। जीवन परमात्मा की खूबसूरत नियामत है। जिसमे नियम तथा सिद्धांत का पालन करते हुए व्यक्ति द्वारा इसे बेहतर बनाया जा सकता है जिससे दूसरे लोगों को प्रेरणा प्राप्त हो तथा विपरीत आचरण का प्रचलन करने से बच सके। प्रदेश महामंत्री डॉ0 शिवकुमार चौहान ने कहा कि प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से नियम की परिधि के विपरीत किया गया कार्य अपराध की श्रेणी मे आता है। उन्होंने कानून पालन मे राजनीतिक अथवा प्रभावी हस्तक्षेप की सीमा निर्धारित होना जरूरी बताया। कहा कि इसके विपरीत कई बार सामान्य कही जाने वाली स्थिति भी पुलिस प्रशासन के लिए विकट समस्या बन जाती है। जिसमे अधिक प्रशासनिक श्रम लगता है। साधारणतया किसी अपराध की पूर्णता के लिये यह आवश्यक है कि वह दोषपूर्ण मनश् या आपराधिक मनःस्थिति से किया जाय। किंतु अपराधी की स्वेच्छा से होने पर ही उसका काम अपराध माना जा सकता है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, उत्तराखंड के शिष्टमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह को उत्कृष्ट उपलब्धि सम्मान,पगडी, शॉल ,स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। प्रेस को दिये वक्तव्य मे डॉ0 चौहान ने कहा कि एस0एस0पी0 के रूप मे अजय सिंह की कार्यशैली प्रशंसनीय है। उनके रहते जनपद मे अपराध नियंत्रण पर लगाम लगी है तथा अपराधी प्रवृत्ति के लोगों में भय है। कम समय मे ही अजय सिंह ने अनेक आपराधिक मामलों को बड़ी सूझबूझ के साथ हल किया तथा सहयोगी पुलिसकर्मियों को पुरूस्कृत करके उनका हौसला बढ़ाया है। उनकी इस कार्यशैली से प्रसन्न होकर सुबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें देहरादून मे सम्मानित किया। सम्मानित करने मे महासभा के शिष्टमंडल मे शिक्षाविद्ध लोकेंद्र पाल सिंह,उपाध्यक्ष प्रेम सिंह राणा,महेन्द्र सिंह नेगी,शेखर राणा,सुशील कुमार पुंडीर, योगेन्द्रपाल सिंह राठौर आदि उपस्थित रहे।