पुरानी पेशन बहाली की मांग को लेकर शिक्षक,कर्मचारियों ने निकाली रैली,किया प्रदर्शन

 हरिद्वार। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के जिला अध्यक्ष रोहित कुमार शर्मा के नेतृत्व में रविवार को शिक्षक कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर राज्य एवं केंद्र सरकार से नई पेंशन स्कीम को समाप्त कर तत्काल पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग की है। शिक्षक कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर नई पेंशन स्कीम की शव यात्रा निकालकर उनका पुतला दहन कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सैनी आश्रम से लेकर चंद्राचार्य चैक तक शव यात्रा निकालकर अपना विरोध जताया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि जो दल पुरानी पेंशन बहाली का लिखित वादा करेगा, कर्मचारी उसका ही समर्थन करेंगे। हरिद्वार जनपद सहित विभिन्न जनपदों राज्य के शिक्षक कर्मचारी लगातार विज्ञापन धरने प्रदर्शन रैली आदि के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाली की मांग करते चले आ रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को नई पेंशन स्कीम के खिलाफ जिले के शिक्षा विभाग, सिंचाई विभाग, चिकित्सा विभाग, वन विभाग, जल संस्थान, राज्य कर विभाग, लोक निर्माण विभाग, परिवहन विभाग, आईटीआई आदि विभागों के कर्मचारी संगठनों ने ज्वालापुर स्थित सैनी आश्रम से चंद्राचार्य चैक तक नई पेंशन स्कीम की शव यात्रा निकालकर एनपीएस का पुतला फूंका। इस योजना का विरोध करते हुए कर्मचारियों ने सरकार से पुरानी पेंशन योजना को तत्काल बहाल करने के करने की मांग की। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन हरिद्वार के जिला अध्यक्ष रोहित कुमार शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा जनवरी जनवरी 2004 को उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा अक्टूबर 2005 से पुरानी पेंशन योजना को समाप्त कर शेयर बाजार पर आधारित पेंशन स्कीम को जबरन शिक्षक कर्मचारियों के ऊपर थोप दिया था। सरकार ने शिक्षक कर्मचारियों की पेंशन समाप्त कर हमारे बुढापे के सहारे को हमसे छीन ली। बुढ़ापे की लाठी को तोड़ दिया था जहां नेता विधायक, सांसद आज भी 4455 टेंशन ले रहे हैं। वहीं शिक्षक कर्मचारियों को मिलने वाली एक्शन को भी समाप्त कर दिया गया। भारत में नेताओं कर्मचारियों के लिए अलग-अलग विधान बना है जिसे शिक्षक कर्मचारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस अन्याय के खिलाफ लगातार संघर्ष करेंगे और पुरानी पेंशन बहाल करा कर ही रहेंगे। वक्ताओं ने कहा कि जिस प्रकार राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब, और हिमाचल राज्य सरकारों ने एनपीएस के दुष्प्रभावों को देखते हुए सेवानिवृत्त उपरांत शिक्षा कर्मचारियों के सामने आ रही आर्थिक परेशानियों को देखते हुए तथा कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल कर दिया है। ठीक उसी प्रकार उत्तराखंड राज्य सरकार और केंद्र सरकार को भी जल्द से जल्द पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल करना चाहिए। वक्त रहते यदि वर्तमान राज्य और केंद्र सरकार ने इसे बहाल नहीं किया तो शिक्षक कर्मचारी कठोर निर्णय लेने को बाध्य होंगे। भविष्य में शिक्षक कर्मचारी चुनाव में उसी दल को समर्थन करेंगे जो पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल करने का लिखित वादा करेगा। एनपीसएस शव यात्रा और पुतला दहन के दौरान सार्थक रावत, रणजीत कौर, प्रतिभा सैनी, शिवांगी राज, मुकेश, आदित्य, प्रदीप बिष्ट, मनोज नवानी, विनोद गवाली, मनमोहन शर्मा, अनिल चैधरी, कुलदीप बिष्ट, अरुण कुमार, प्रदीप बिष्ट, ममतेश धीमान, नीतू आहूजा, सपना सिंह, सुनीता जोशी, मेहुल शर्मा, आशुतोष शर्मा, अमित ममगई,अरविंद शर्मा, डॉक्टर संतोष चमोला, सुरेश पाल, ज्योतिराम, शरद कुमार शर्मा, सुमित कुमार, संदीप कुमार, के एस राठौर, संदीप सिंह, ईशम सिंह, वीर सिंह, मदन पाल सिंह, अखिलेश धारीवाल, मनोज कुमार, अशोक चैहान, जितेंद्र सिंह, हरेंद्र सैनी, रविंद्र रोड, सुशील पुरोहित, मोहम्मद इकराम, देवेंद्र चैधरी, शिवा अग्रवाल, दर्शन सिंह पवार, सुखदेव सैनी, मनोज चंद मुकांति, रघुवंशी, अश्विनी चैहान, प्रमोद कुमार, गौरव कुमार, प्रवीण यादव, सुरेश कुमार, सुशील पुरोहित, निरुपमा धीमान, बबीता शर्मा सहित बड़ी संख्या में शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे।