संस्कार भारती के कलाकारों की जीवंत प्रस्तुती ने मोहा मन

 


हरिद्वार। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में संस्कार भारती देहरादून के भारतेंदु नाट्य अकादमी के प्रशिक्षित कलाकारों, बारहमासा रंगमंडल और रंग कोसी के संयुक्त तत्वावधान में राम जानकी विवाह का मंचन हुआ। इस अवसर पर मिथिला की पारंपरिक नाट्य प्रस्तुती ने उपस्थित लोगों को मन मोह लिया। कलाकारों ने आदर्श विवाह संस्कार का स्वरूप पारंपरिक रीति का जीवंत प्रस्तुती से देश के विभिन्न राज्यों से युवा सादगी से भरा आदर्श विवाह करने के लिए प्रेरित हुए। मिथिला की अलौकिक कला और संस्कृति को प्रदर्शित करती एवं इस पृथ्वी की सबसे आदर्श युगल मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम संग माता सीता के विवाह का यह नाट्य प्रस्तुति दर्शकों को आकर्षित करती रही। इस भव्य प्रस्तुति का निर्देशन राजीव रंजन झा ने किया। गायन में डॉ.शिवनारायण प्रसाद, मुकेश झा की प्रस्तुती से उपस्थित लोगों को उल्लसित किया। रितिका शर्मा, अंजली,हिमाद्री शेखर बनर्जी,यश यादव,मुकेश कुमार, भरत सिंह,गगन मिश्रा और निर्भय कर्तव्य ने अपनी अपनी भूमिकाओं से लोगों को आदर्श जीवन के जीने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर नाट्य प्रमुख अनुराग वर्मा ने बताया कि पारंपरिक गीत से भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और माता सीता का विवाह आज भी कथा के संग कीर्तन के रूप में मिथिला में गाया जाता है। मंच संचालन मंगल सिंह गढ़वाल ने किया। इस अवसर पर शांतिकुंज में चलने वाले विभिन्न प्रशिक्षण शिविरों में आये प्रशिक्षणार्थियों के अलावा संस्कार भारती के प्रांतीय अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।