फिल्मों पर ध्यान भटकाने के बजाय रोजगार और विकास पर बात होनी चाहिए-नरेश शर्मा

 


हरिद्वार। आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा ने कहा कि इस समय कुछ लोग देश की जनता को बेवजह के मुद्दों पर भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शाहरुख खान की फिल्म पठान का विरोध करने वाले लोगों को सोचना चाहिए कि देश को इस समय सबसे ज्यादा जरूरत किस चीज की है। प्रैस को जारी बयान में नरेश शर्मा ने कहा कि पठान फिल्म का विरोध करने के नाम पर युवाओं को बरगलाया जा रहा है। किसी भी रूप में धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की साजिश कुछ लोग कर रहे हैं। जबकि जरूरत इस बात की है कि युवाओं को रोजगार कैसे दिया जाए, महंगाई पर काबू कैसे किया जाए और लोगों की मूलभूत जरूरतों की पूर्ति कैसे की जाए। लेकिन एक खास एजेंडे के तहत इन मुख्य मुद्दों को छोड़कर फिल्मों के विरोध और धर्म के आधार पर लोगों को बांटने के लिए जगह-जगह प्रदर्शन कराए जा रहे हैं। नरेश शर्मा ने कहा कि भाजपा और उससे जुड़े कुछ संगठन वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से लोगों को बांटने में लग गए हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। उन्होंने कहा कि अगर बहस करनी है तो फिल्मों के बहिष्कार को लेकर नहीं बल्कि युवाओं के भविष्य, उनकी जरूरतों और देश के विकास को लेकर होनी चाहिए। उन्होंने चुनौती दी कि भाजपा के किसी भी राज्य की सरकार द्वारा किए गए विकास कार्य को लेकर आम आदमी पार्टी द्वारा शासित दिल्ली तथा पंजाब के कार्यों पर खुली बहस कर ली जाए, तो पता चलेगा कि भाजपा और उसके नेता केवल लोगों को बांट कर और समाज में अलगाव की राजनीति कर ही सत्ता तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य में पुरानी पेंशन लागू कर दी गई है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस मुद्दे पर लोगों को बरगला रही हैं। अब भाजपा की पोल खुलती जा रही है और वर्ष 2024 में भाजपा का केंद्र की सत्ता से सफाया तय है। जबकि आम आदमी पार्टी बड़ी राजनीतिक ताकत बनकर उभरेगी।