स्वामी विवेकानंद अपने जीवन के बाद भी लोगो को निरंतर प्रेरित करने का कार्य करते हैं

 हरिद्वार। इन्टरनेशनल गूडविल सोसाइटी हरिद्वार चेप्टर एवं भारत विकास परिषद मंदाक्नी शाखा, हरिद्वार द्वारा संयुक्त रूप से राष्ट्रीय युवा दिवस पर वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनार की अध्यक्षता करते हुये इंजी० मधुसूदन आर्य ने कहा कि हमारा देश गुलामी के जंजीरों से जकड़ा हुआ बड़ी ही विवशता से अपना धर्म, भाषा, शिक्षा, सभ्यता तथा आध्यात्मिक बल खोता जा रहा था ठीक उसी समय भारत भूमि पर एक ऐसे सितारे का जाम हुआ जिसने भारत के भूमि को धरातल से उठाकर आसमान की बुलंदियों पर खड़ा कर दिया। स्वामी विवेकानंद एक ऐसे व्यक्ति थे,जो अपने जीवन के बाद भी लोगो को निरंतर प्रेरित करने का कार्य करते हैं तथा जिनके जीवन से हम सदैव कुछ ना कुछ सीख सकते हैं। उनका जन्म-दिवस ‘राष्ट्रीय युवा दिवस‘ के रूप में मनाया जाता है। जगदीश लाल पाहवा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुष सदियों में एक बार ही जन्म लेते हैं,जो अपने जीवन के बाद भी लोगो को निरंतर प्रेरित करने का कार्य करते हैं। यदि हम उनके बताए गये बातों पर अमल करें, तो हम समाज से हर तरह की कट्टरता और बुराई को दूर करने में सफल हो सकते हैं। डॉ विशाल गर्ग ने कहा कि राष्ट्रीय युवा दिवस हमें याद दिलाता है कि हमें हमेशा युवा शक्ति को महत्व देना चाहिए, क्योंकि युवा ही राष्ट्र के भविष्य निर्माता है भारत विकास परिषद मंदाकिनी शाखा के विमल कुमार गर्ग ने कहा कि वर्तमान में भारत के युवा जिस महापुरुष के विचारों को आदर्श मानकर उससे प्रेरित होते हैं, युवाओं के वे मार्गदर्शक और भारतीय गौरव हैं स्वामी विवेकानंद। भारत की गरिमा को वैश्विक स्तर पर सम्मान के साथ बरकरार रखने के लिए स्वामी विवेकानंद के कई उदाहरण इतिहास में मिलते हैं। डॉ महेंद्र आहूजा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारत में पैदा हुए महापुरुषों में से एक है। अपने महान कार्यों द्वारा उन्होंने पाश्चात्य जगत में सनातन धर्म, वेदों तथा ज्ञान शास्त्र को काफी ख्याति दिलाई और विश्व भर में लोगों को अमन तथा भाईचारे का संदेश दिया। डॉ सुनील बत्रा ने कहा कि एक सामान्य परिवार में जन्म लेने वाले नरेंद्र नाथ ने अपने ज्ञान तथा तेज के बल पर विवेकानंद बने। अपने कार्यों द्वारा उन्होंने विश्व भर में भारत का नाम रोशन करने का कार्य किया। यहीं कारण है कि वह आज के समय में भी लोगो के प्रेरणास्रोत हैं। अन्नपूर्णा बंधुनी ने कहा कि अपने जीवन में तमाम विपत्तियों के बावजूद भी स्वामी विवेकानंद कभी सत्य के मार्ग से हटे नहीं और अपने जीवन भर लोगो को ज्ञान देने कार्य किया। अपने इन्हीं विचारों से उन्होंने पूरे विश्व को प्रभावित किया तथा भारत और हिंदुत्व का नाम रोशन करने का कार्य किया। इस वेबिनार में डॉ अश्वनी चौहान,नीलम रावत, राम मेहर सिंह, अंकुर गोयल, हेमंत सिंह नेगी,डॉ पंकज कौशिक, कुलभूषण शर्मा, रेखा नेगी,मयंक पोखरियाल,सुरेश चंद गुप्ता,डॉ मनीषा दीक्षित,डॉक्टर पीके शर्मा,सतीश अग्रवाल,महेंद्र आहूजा,सर्वेश गुप्ता,विनोद कुमार मित्तल, एसएस राणा, डॉक्टर अरुण पाठक, एडवोकेट प्रशांत राजपूत, डॉक्टर नरेश,डॉ पवन सिंह,विश्वास सक्सेना,गोपाल शर्मा,डॉ अतर सिंह सहित वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया।