भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के पीछे छिपे हैं रहस्य-पंडित पवन कृष्ण शास्त्री


 हरिद्वार। श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में विकास कॉलोनी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दौरान भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के पीछे कुछ ना कुछ रहस्य छिपा है। श्रीकृष्ण की माखन चोरी लीला का उद्देश्य कंस के राक्षसों से मुकाबले के लिए बृजवासी बालकों को बलवान बनाना था। बृजवासी बालकों का बल बढ़ा तो उनके साथ श्रीकृष्ण ने अघासुर, बकासुर, कंस जैसे अनेक राक्षसों का संहार किया। चीर हरण लीला करके श्रीकृष्ण ने सभी को स्नान करते समय, दान देते समय, सोते समय ,चलते फिरते समय बिना वस्त्रों के नहीं रहने की शिक्षा दी। चीरहरण के पीछे प्रभु की एक ही मनसा थी राक्षसों से गोपीकाओ की रक्षा। श्रीकृष्ण ने जिस समय पर गोपियों संग चीर हरण लीला की उस समय पर उनकी अवस्था 6 वर्ष की थी। 6 वर्ष का बालक किसी के वस्त्र चुरा कर क्या करेगा। कथा व्यास पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने श्रद्धालुओं को गोवर्धन महोत्सव की कथा का भी श्रवण कराया। मुख्य जजमान नरेंद्र ग्रोवर, ललिता ग्रोवर,रोहित ग्रोवर,अर्पिता ग्रोवर,जगदीश ग्रोवर, महेश ग्रोवर, ललित ग्रोवर, पूनम ग्रोवर, पारस ग्रोवर, जगदीश ग्रोवर, हरीश ग्रोवर, आरती ग्रोवर,अरुण ग्रोवर,राधा ग्रोवर,महेश देवी ग्रोवर,आकांक्षा,पुलकित, सोनाली,अभिनव,रश्मि,अजीत,अंकित,रोशनी,शांति,विष्णुगौड़,पंडित जगदीश प्रसाद, पंडित गणेश कोठारी आदि ने भागवत पूजन किया।