स्वामी सत्यदेव परिव्राजक जी का स्मृति दिवस श्रद्धापूर्वक मनाया गया


 हरिद्वार। काशी नागरी प्रचारिणी सभा वाराणसी द्वारा संचालित आर्य नगर ज्वालापुर स्थित सत्य ज्ञान निकेतन के संस्थापक स्वामी सत्यदेव परिव्राजक जी का स्मृति दिवस (पुण्यतिथि) श्रद्धापूर्वक मनाया गया। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के डॉ0 मनु देव बंधु ने वेद मंत्रोच्चारण के साथ हवन किया तथा उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संस्था के क्रियाकलापों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। गंगा तट पर सत्य ज्ञान निकेतन की स्थापना करने वाले स्वामी सत्यदेव जी के बारे में उन्होंने कई रोचक तथ्य बताएं। संस्था के व्यवस्थापक प्रभाकर मिश्रा द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया। इस स्मृति दिवस में स्थानीय निवासियों ने भाग लिया। डॉ0 मनुदेव ने बताया की स्वामी सत्यदेव परिव्राजक का जन्म 1879 में लुधियाना में हुआ था। 1905 में स्वामी श्रद्धानंद जी की सलाह पर वह उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए। तत्पश्चात वे शिक्षा हेतु देश-विदेश घूमते रहे। उसके बाद उन्होंने विदेश से लौटकर संन्यास ले लिया और हिंदी का प्रचार प्रसार करने लगे। वर्ष 1934 में स्वामी सत्यदेव ने हरिद्वार में सत्य ज्ञान निकेतन नामक आश्रम की स्थापना की। स्वामी सत्यदेव ने अपने जीवन काल में काफी पुस्तकें लिखी। सत्यज्ञान निकेतन में ही उन्होंने पुस्तकालय की स्थापना भी की थी। बाद में उन्होंने इस आश्रम को काशी नागरी प्रचारिणी सभा को सौंप दिया था।