भाजपा पार्षदों ने की मांग, मेयर पति के हस्तक्षेप से नगर निगम को मुक्त कराये

 


हरिद्वार। भाजपा पार्षदों ने मेयर पर जनहित के कार्यों की उपेक्षा और उनके पति पर नगर निगम के कार्यो में हस्तक्षेप का आरोप लगाया है। रविवार को प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए निगम में भाजपा पार्षद दल के नेता सुनील अग्रवाल गुड्डू, उपनेता अनिरुद्ध भाटी व राजेश शर्मा के नेतृत्व में भाजपा पार्षदों ने मेयर पति के विरोध जताया। पार्षद दल के नेता सुनील अग्रवाल गुड्डू ने कहा मेयर पति के हस्तक्षेप से नगर निगम को मुक्त कराया जाए। मेयर अनीता शर्मा शहर हित में निर्णय लेने में अक्षम साबित हुई हैं। शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। सफाई व्यवस्था पटरी से उतर गई है। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के बजाए मेयर व उनके पति नगर निगम के ठेके व टेंडर की बंदरबांट में व्यस्त हैं। सुनील अग्रवाल गुड्डू ने कहा कि पूर्व में कांग्रेस के पालिका अध्यक्ष ने नगर निगम की जिन जमीनों व संपत्तियों को किराए पर अथवा लीज पर दिया है, उनकी जांच होनी चाहिए तथा शहर हित में उन संपत्तियों को नगर निगम को वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेयर पति मेयर को दबाव में रखकर नगर निगम में मनमानी पर उतारू है। जिस कारण नगर निगम का संचालन बाधित हो रहा है। भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरुद्ध भाटी ने कहा मेयर पूर्णतया नाकाम साबित हुई हैं। उनका 4 वर्ष का कार्यकाल उनके पति के राजनीतिक व आर्थिक हितों की स्वार्थ पूर्ति में समाप्त हो गया है। उनके मेयर बनने के पश्चात उनके पति राजनीतिक रूप से बेरोजगार हो गए हैं और नगर निगम में रोजगार के अवसर तलाशते रहते हैं। कांग्रेस हाईकमान को उन्हें रोजगार प्रदान करना चाहिए। मेयर पति मेयर की गरिमा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2 दिन पूर्व नगर आयुक्त कार्यालय में टेंडर खोले जाने के दौरान मेयर पति ने नगर आयुक्त व जनप्रतिनिधियों के साथ अभद्रता नहीं करनी चाहिए थी। मेयर पति अशोक शर्मा को मेयर पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। अनिरुद्ध भाटी ने कहा कि अशोक शर्मा बौखलाहट में झूठे आरोप लगाते हैं नगर निगम ने ना तो प्रेम प्रकाश को भूमि लीज पर दी है, ना किराए पर दी है, ना पट्टे पर दी है और ना ही आवंटित की है अवैध कब्जे वाली भूमि जहां आवारा पशु घूमते हैं। कूड़े के ढेर लगे हैं। क्षेत्र की जनता विशेषकर महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों की सुविधा के दृष्टिगत वहां पार्क बनाने का कार्य प्रेम प्रकाश आश्रम के सहयोग से किया जा रहा है। पार्क नगर निगम की संपत्ति रहेगा तथा पार्क का संचालन भी नगर निगम द्वारा होगा। प्रेम प्रकाश आश्रम पार्क बनाकर नगर निगम को ही सौंपेगा। ऐसे में अपना स्वार्थ सिद्ध ना होने के चलते मेयर पति झूठे आरोप लगाकर जनहित के कार्य में बाधा डालने का काम कर रहे हैं। अनिरुद्ध भाटी ने कहा कि क्षेत्र की जनता विशेषकर महिलाएं व बच्चे मेयर कार्यालय पर धरना देकर पार्क बनाने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि नगर निगम के कर्मचारी पेंशन व अपना बकाया देयों के भुगतान को लेकर भटकते रहते हैं। मृतक आश्रित कर्मचारी अपने परिजन के स्थान पर नौकरी के लिए भटक रहे हैं। दलित वर्ग की चिंता करने के स्थान पर मेयर व मेयर पति ठेकेदारों के हितों की रक्षा कर रहे हैं। जिसे भाजपा पार्षद दल बर्दाश्त नहीं करेगा। उपनेता राजेश शर्मा ने कहा कि नगर निगम की विगत बैठक में पारित हुए प्रस्तावों को घर में बैठकर प्रोसीडिंग में बदलने विरोध में जिला अधिकारी व नगर विकास मंत्री से भेंट कर जांच की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा की शौचालयों के संदर्भ में जो प्रस्ताव था उसमें नई निविदाएं आमंत्रित करने का निर्णय बोर्ड ने लिया था। लेकिन प्रोसीडिंग में प्रस्ताव बदल दिया गया। इसी प्रकार प्रेम प्रकाश आश्रम द्वारा पार्क निर्माण के प्रस्ताव को बहुमत से नगर निगम में पारित किया गया था। उसे भी प्रोसीडिंग में बदल दिया गया। इसी प्रकार डेल्टा कनेक्शन कंपनी के संदर्भ में बोर्ड ने प्रस्ताव पारित किया था। उस प्रस्ताव को भी प्रोसीडिंग में बदलकर नगर निगम के सभी पार्षदों की अवमानना करने का कार्य किया गया। पार्षद विनीत जोली ने कहा नगर निगम के इस कार्यकाल में दलित वर्ग के साथ अन्याय हो रहा है। सफाई कर्मियों की भर्ती नहीं की जा रही है। सेवानिवृत्त सफाई कर्मियों को उनके पेंशन व भक्तों का भुगतान नहीं मिल रहा है साथ ही मृतक आश्रित कर्मचारियों के परिजनों को उनके स्थान पर रोजगार के लिए एडिया रगड़ने पड़ रही है। जिस कारण मेयर की कार्यशैली के खिलाफ रोष पनप रहा है। नगर निगम के हालात बदतर हो चुके हैं। मेयर पति के अत्याधिक हस्तक्षेप के चलते शहर की व्यवस्थाएं चौपट हो रही हो रही है। पार्षद सचिन अग्रवाल ने कहा कि बोर्ड में पारित प्रस्तावों को बदलना न्यायोचित नहीं है। प्रैसवार्ता में पार्षद शुभम मंडोला, पार्षद प्रतिनिधि सचिन बेनीवाल उपस्थित रहे।