हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने पुराने एआरटीओ चौक से लेकर भारत माता मंदिर तक सप्त सरोवर मार्ग का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग,लोनिव, नगर निगम व पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों के साथ निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को सख्ती से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने के बात मोटर मार्ग के चौड़कीकरण के लिए तत्काल इस्टीमेट तैयार करने के निर्देश भी दिए। शुक्रवार को जिलाधिकारी ने पुराने एआरटीओ चौक पर सिंचाई विभाग की भूमि पर लीज की अवधि समाप्त होने बावजूद अब तक अवैध कब्जा नहीं हटाने पर एसडीएम पूरण सिंह राणा को भूमि को कब्जे में लेने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होने अधिकारियों को सिंचाई विभाग द्वारा पार्किंग हेतु लीज पर दी गयी भूमि पर व्यवस्थित तरीके से पार्किंग का संचालन व साफ-सफाई सुनिश्चित करने, सप्त सरोवर मार्ग के दोनो ओर ड्रेनेज लाईन के उपर अवैध तरीके से बनायी गयी दुकानों की 24 घण्टे के अंदर पैमाईश कर हटाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सप्त सरोवर मार्ग पर अतिक्रमण हटाते ही मोटर मार्ग के चौड़ीकरण व डामरीकरण करवाना सुनिश्चित करें। इसके लिए उन्होने सम्बन्धित अधिकारी को सड़क के चौड़ीकरण व डामरीकरण का आगणन तैयार करने के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि शहर की बेहतरी के लिए अतिक्रमण हटाओं अभियान को सख्ती से आगे बढ़ाया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि अतिक्रमाण हटाये जाने को लेकर संतो व दुकानदारों का सहयोग प्रशंसा योग्य है। अवैध अतिक्रमण हटने के कुछ ही दिन बाद सप्त सरोवर मार्ग की स्थिति व तस्वीर बदल जायेगी। जिससे मार्ग पर वाहनों का आवागमन निर्बाध रुप से हो सकेगा। उन्होने कहा कि 15 से 20 दिन पहले अवैध अतिक्रमण की पैमाईश की गयी थी। इसके साथ ही अतिक्रमणकारियों को स्वंय अतिक्रमण हटाने व बल पूर्व हटाये जाने के दो विकल्प दिये गये थ। जिसका असर मौके पर दिखाई भी दे रहा है। उन्होने एसडीएम व एसपी सिटी को निर्देश दिये कि जो अतिक्रमणकारी अवैध अतिक्रमण को नहीं हटा रहें है। उन्हे 24 घण्टें की अन्तिम चेतावनी देकर आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। इस दौरान एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि सुरेश तोमर, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई मंजू, नगर नगम व अन्य विभागो के अधिकारी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने किया क्षेत्र का निरीक्षण,दिए सख्ती से अतिक्रमण हटाने के निर्देश
हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने पुराने एआरटीओ चौक से लेकर भारत माता मंदिर तक सप्त सरोवर मार्ग का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग,लोनिव, नगर निगम व पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों के साथ निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को सख्ती से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने के बात मोटर मार्ग के चौड़कीकरण के लिए तत्काल इस्टीमेट तैयार करने के निर्देश भी दिए। शुक्रवार को जिलाधिकारी ने पुराने एआरटीओ चौक पर सिंचाई विभाग की भूमि पर लीज की अवधि समाप्त होने बावजूद अब तक अवैध कब्जा नहीं हटाने पर एसडीएम पूरण सिंह राणा को भूमि को कब्जे में लेने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होने अधिकारियों को सिंचाई विभाग द्वारा पार्किंग हेतु लीज पर दी गयी भूमि पर व्यवस्थित तरीके से पार्किंग का संचालन व साफ-सफाई सुनिश्चित करने, सप्त सरोवर मार्ग के दोनो ओर ड्रेनेज लाईन के उपर अवैध तरीके से बनायी गयी दुकानों की 24 घण्टे के अंदर पैमाईश कर हटाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सप्त सरोवर मार्ग पर अतिक्रमण हटाते ही मोटर मार्ग के चौड़ीकरण व डामरीकरण करवाना सुनिश्चित करें। इसके लिए उन्होने सम्बन्धित अधिकारी को सड़क के चौड़ीकरण व डामरीकरण का आगणन तैयार करने के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि शहर की बेहतरी के लिए अतिक्रमण हटाओं अभियान को सख्ती से आगे बढ़ाया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि अतिक्रमाण हटाये जाने को लेकर संतो व दुकानदारों का सहयोग प्रशंसा योग्य है। अवैध अतिक्रमण हटने के कुछ ही दिन बाद सप्त सरोवर मार्ग की स्थिति व तस्वीर बदल जायेगी। जिससे मार्ग पर वाहनों का आवागमन निर्बाध रुप से हो सकेगा। उन्होने कहा कि 15 से 20 दिन पहले अवैध अतिक्रमण की पैमाईश की गयी थी। इसके साथ ही अतिक्रमणकारियों को स्वंय अतिक्रमण हटाने व बल पूर्व हटाये जाने के दो विकल्प दिये गये थ। जिसका असर मौके पर दिखाई भी दे रहा है। उन्होने एसडीएम व एसपी सिटी को निर्देश दिये कि जो अतिक्रमणकारी अवैध अतिक्रमण को नहीं हटा रहें है। उन्हे 24 घण्टें की अन्तिम चेतावनी देकर आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। इस दौरान एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि सुरेश तोमर, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई मंजू, नगर नगम व अन्य विभागो के अधिकारी मौजूद रहे।